केंद्र सरकार ने गर्भवती महिलाओं के लिए टीकाकरण के नियमों में बदलाव किए हैं. नए प्रोटोकॉल के मुताबिक अब प्रेगनेंट वीमेन भी कोविड वैक्सीन ले सकेंगी. क्योंकि जांच के बाद इसे ना सिर्फ गर्भ धारण कर चुकी महिलाओं के लिए सुरक्षित माना गया है. बल्कि बच्चे के लिए भी इसे पूरी तरह सेफ बताया गया है. खास बात यह है कि वैक्सीन बच्चे को भी वायरस से सुरक्षित रखता है. सरकार के इस फैसले से कुछ हफ्ते पहले ही WHO ने गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण की सिफारिश की थी. केंद्रीय मंत्रालय ने सभी प्रेगनेंट महिलाओं को CoWIN पोर्टल के जरिए या टीकाकरण केंद्र जाकर रजिस्ट्रेशन करने की सलाह दी है.
प्रेग्नेंसी में वैक्सीनेशन पर जानकारों की क्या राय है?
मेडिकल एक्सपर्ट्स का मानना है कि गर्भ धारण करने के पहले तीन महीने यानी पहले ट्रायमेस्टर में वैक्सीन नहीं लगवानी चाहिए.
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शारदा जैन, Gynecologist
टीके लगवाने से गर्भवती महिलाओं को क्या फायदा है?
Health Ministry की गाइडलाइंस में कहा गया है कि प्रेग्नेंसी से कोविड संक्रमण का खतरा नहीं बढ़ता है. बताया गया है कि ज्यादातर गर्भवती महिलाएं या तो asymptomatic होती हैं या उन्हें हल्का संक्रमण होता है. हालांकि कुछ महिलाओं का स्वास्थ्य तेजी से बिगड़ सकता है, जिसका असर गर्भ में मौजूद बच्चे पर भी पड़ सकता है. इसलिए यह बेहद जरूरी है कि खुद को कोरोना वायरस से बचाने के लिए प्रेग्नेंट महिलाएं सभी सावधानी बरतें. इस सावधानी में टीकाकरण भी शामिल है.