सबसे पहले बात करते हैं केरेक्टर्स की. इमरान हाशमी बने हैं समीर मेहरा जो पैराडॉय नाम की एक एड फिल्म कंपनी चलाता है. ए रिटायर्ड क्रिमिनल लॉयर हैं तलीफ जैदी. ये किरदार निभाया है महानायक अमिताभ बच्चन ने. इनके अलवा फिल्म में परमजीत सिंह भुल्लर के किरदार में अन्नू कपूर भी नजर आएंगे. जल्लाद रहे हरिया जाटव का किरदार निभाया है रघुवीर यादव ने और साथ ही धृतिमान चटर्जी बने हैं रिटायर्ड जज जगदीश आचार्य. मूवी में क्रिस्टल डिसूजा और रिया चक्रवर्ती भी दिखेंगी. सभी एक्टर्स ने फिल्म की कहानी में चार चांद लगाने का काम किया है.
समीर मेहरा एक एड फिल्म की शूटिंग के लिए पहाड़ो पर जाते हैं. काम खत्म होने के बाद समार को वापस दिल्ली जाना होता है लेकिन भारी बर्फबारी के चलते वो पहाड़ पर ही फंसकर रह जाता है. वहां समीर की मुलाकात होती है परमजीत सिंह से. परमजीत समीर से रिक्वेस्ट करता है कि मौसम के ठीक होने तक वो उनके दोस्त के घर रुक जाए और समीर मान भी जाता है. परमजीत के घर पहुंचने पर समीर की मुलाकात उनके तीन दोस्तों से होती है. ये दोस्त हर शाम इसी तरह इक्ट्ठा होकर एक गेम खेलते हैं जिसका नाम है मॉक ट्रायल. तो इस बार ये लोग समीर को भी अपने इस खेल में शामिल करते हैं.
समीर से पूछा जाता है कि क्या उसने कभी कोई अपराध किया है? इसके जवाब में समीर मना करता है. धीरे धीरे बातों बातों में समीर बताता है कि उसके एक्स बॉस की डेथ हुई है जो काफी खड़ूस था. और उसकी जगह पर ही कंपनी में समीर को प्रमोट कर दिया गया है. बस इसी बात पर लतीफ जैदी कहते हैं कि मान लेते हैं कि मेहरा ने ओसवाल का कत्ल किया है और धीरे धीरे गेम सीरियस होने लगता है. केस धीरे धीरे उलझता चला जाता है. पता लगता है कि सबकी कहानियां किसी न किसी चौराहे पर पास्ट में मिल चुकी हैं और ये सब हवेली में आने वाले अजनबियों के साथ कानून का खेल खेलते हैं. तो क्या समीर खुद को अपराधी साबित होने से बचा पाएगा. क्या वाकई उसने अपने बॉस का मर्डर किया है... क्या वो उस घर से बाहर निकल पाएगा. ये सब जानने के लिए आपको देखने होगी पूरी फिल्म.