कहानी शुरू होती है मध्य प्रदेश के जंगलों से... गांव के लोग एक टाइग्रेस से काफी परेशान हैं. आए दिन ये किसी को अपना शिकार बनाती है और इस वजह से गांव में दहशत का माहौल बना जाता है. टाइग्रेस का नाम है टी 12 और अब फॉरेस्ट डिपार्टमेंट की जिम्मेदारी है गांव के लोगों को बचाना और टाइग्रेस को पकड़ना.
तो फॉरेस्ट डिपार्टमेंट में DFO बनकर आती हैं विद्या विनसेंट. ये रोल प्ले किया है विद्या बालन ने और उनकी एक्टिंग के लिए उन्हें काफी एप्रिशिएट किया जा रहा है. विद्या के केरेक्टर को बहुत शांत और समझदार दिखाया गया है. विद्या इस गांव के लोगों और हालातों को समझने की कोशिश करती है लेकिन इस बीच उसे कई चेलेंजेस फेस करने पड़ते हैं. बात करते हैं बाकी केरेक्टर्स की... फॉरेस्ट डिपार्टमेंट का हेड है बसंल... बंसल को काफी लापरवाह और करप्ट दिखाया गया है. फिर हैं प्रोफेसर हसन नूरानी जो विद्या की इस काम में मदद करते हैं. इस केरेक्टर को काफी सपोर्टिव और प्रोगेसिव दिखाया गया है. कहानी में पॉलिटिकल एंगल भी है... ऑपोजिट पार्टी के नेता हैं जेके और पीके जो वोट्स के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है. इसके अलावा नीरज काबी ने प्ले किया है नांगिया का किरदार जो कि विद्या का सिनियर है. एक हंटर भी हैं पिंटू जिनका शौक है शेरों का शिकार करना.
वापस आते हैं कहानी पर.... मूवी में मेनली आपको टाइगर vs पॉलिटिक्स की कहानी देखने को मिलेगी. गांव में टाइगर के अटैक से एक मौत हो जाती है और गांव वाले इस बात से काफी निराश और गुस्सा होते हैं. और ऐसे में EX MLA PK गांव वालों को भड़काने का काम करता है. ये मुद्दा गांव के लोगों को बचाने का या टाइगर को पकड़ने का नहीं बल्कि चुनावी मु्द्दा बन जाता है.