किसी ने क्या खूब कहा है कि
अपने जीवन में जो इसे अपनाता है
वही मुकद्दर का सिकंदर कहलाता है,
संघर्ष ही वो हथियार है दोस्तों
जो एक इन्सान को उसकी पहचान दिलाता है।...
जी हां.. ये शायरी भारत की उन काबिल लड़कियों पर सटीक बैठती है जिन्होंने जीवन के उन तमाम संघर्षों जिनसे डर कर और हार कर आम इंसान चुप चाप बैठ जाता है उनपर सफलता हासिल की है.. सिविल सर्विसेज एक्जामिशेन 2021 का रिजल्ट आ गया है..और इस रिजल्ट में पहले पांच में 3 लड़कियों ने बाजी मारी है. इस परीक्षा में टॉपर श्रुति शर्मा, दूसरे स्थान पर अंकिता अग्रवाल और तीसरे स्थान पर गामिनी सिंगला हैं. जैसा कि हम सब जानते ही हैं UPSC का एग्जाम क्लियर करना एक उस अनिश्चित सफर की तरह है जहां आप बस अपने सफर के बारे में जान सकते हैं मंजिल के बारे में नहीं।।
तो आज के know this वीडियो में हम आपको भारत की उस होनहार बेटी के संघर्ष की कहानी बताएंगे जिसने चार साल की कड़ी मेहनत के बाद सफलता की ये कहानी लिखी है हम बात कर रहे हैं यूपीएससी टॉपर श्रुति शर्मा की.. श्रुति शर्मा के संघर्ष और सफलता की कहानी जानने के लिए आप बने रहिए हमारे साथ..
उत्तर प्रदेश के बिजनौर की रहने वाली श्रुति शर्मा ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में पहला स्थान प्राप्त कर परिवार का मान बढ़ाया है. रिजल्ट आने के बाद श्रुति शर्मा ने अपनी सफलता का क्रेडिट उन सभी को दिया है जो इस सफर में उनके साथ रहे हैं. उन्होंने अपने परिजनों और दोस्तों, जिन्होंने उनका हर समय साथ दिया उन्हें धन्यवाद दिया है. श्रुति शर्मा दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रा हैं। जानकारी के मुताबिक उन्होंने जामिया मिलिया इस्लामिया आवासीय कोचिंग एकेडमी में यूपीएससी सिविल सेवा एग्जाम की तैयारी की थी। उन्होंने बताया कि इस सफलता को हासिल करने के लिए उन्हें मेहनत और संयम की जरूरत थी।
उन्होंने बताया कि रिजल्ट जारी होने पर जब उन्होंने पहले नंबर पर अपना नाम देखा तो उन्हें यकीन नहीं हुआ. उन्होंने कई बार रिजल्ट को रीचेक किया जिसके बाद अपने माता-पिता को इसकी जानकारी दी.
श्रुति शर्मा ने कहा मेरी सफलता का कोई एक खास मंत्र तो नहीं है, लेकिन इतना जरूर कहा कि अपने कोर्स की पढ़ाई के लिए एक रणनीति बनाना जरूरी है। इसके साथ ही नोट्स बनाने चाहिए और उसे लगातार पढ़ते रहना चाहिए। इस परीक्षा में मानिसक रूप से एकाग्रता आवश्यक है। तैयारी की इस यात्रा में धैर्य आवश्यक है। वो कई घंटों की पढ़ाई पर यकीन नहीं रखती। वो कहती हैं, हर एक का पढ़ने का अलग स्टाइल होता है, इसलिए सब किसी एक फॉम्युले पर पढ़ाई ना करें। अपना टाइमटेबल अपने हिसाब से बनाएं।
वहीं सिविल सर्विसेज टॉपर ने आईएएस और यूपी कैडर अपनी पहली प्रेफरेंस रखी है। वो कहती है, मैं महिलाओं को मजबूत करने और शिक्षा के क्षेत्र पर काम करना चाहती हूं। बाकी जिस सेक्टर में भी मुझे काम करने का मौका मिलेगा, वहां बेहतर काम करूंगी।
आखिर में बता दें कि UPSC 2021 का फाइनल रिजल्ट सोमवार को डिक्लेयर हुआ। जिसमें दिल्ली की श्रुति शर्मा ने टॉप किया। UPSC में टॉप करने वाली श्रुति बिजनौर के बाद दूसरी रैंक अंकिता अग्रवाल ने और तीसरी रैंक गामिनी सिंगला के नाम रही।