संतूर को संगीत का शास्त्र बनाने वाला साधक चिर निद्रा में सो गया... शिव-हरी की जोड़ी का शिव बिछड़ गया.... संतूर को दुनिया में बड़ी पहचान दिलाने वाला होनहार संगीतकार अनंत में विलीन हो गया... संतूर का पर्याय माने जाने वाले पंडित शिवकुमार शर्मा अब इस दुनिया में नहीं रहे... शिवकुमार शर्मा के निधन से संगीत जगत में शोक की लहर छाई है.... पंडित शिवकुमार शर्मा जैसा कोई दूसरा संतूर वादक नहीं हुआ... उनके निधन पर पीएम मोदी समेत दुनियाभर की हस्तियों ने शोक जताया...
पंडित शिवकुमार शर्मा के कद का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि... उनके अंतिम दर्शन के लिए अमिताभ बच्चन समेत बॉलीवुड की तमाम जानी मानी हस्तियां पहुंची... कला एवं संगीत के क्षेत्र में उनके अतुलनीय योगदान के लिए भारत सरकार ने उन्हें पद्म विभूषण से अलंकृत किया था... इसके अलावा उन्हें दुनिया भर के तमाम अवॉर्ड्स से भी नवाजा जा चुका है...
उनके रिकॉर्ड किए गए अल्बम दुनिया भर में सुने जाते हैं... संतूर वादन के साथ-साथ फिल्मी जगत में भी पंडित शिव कुमार शर्मा का अहम योगदान रहा.. बॉलीवुड में 'शिव-हरी' यानि शिव कुमार शर्मा और प्रख्यात बांसुरी वादक हरि प्रसाद चौरसिया की जोड़ी ने कई हिट गानों में संगीत दिया.. चांदनी फिल्म का गाना 'मेरे हाथों में नौ-नौ चूड़ियां हैं' गाना जो श्रीदेवी पर फिल्माया गया था.. उसके लिए संगीत इस हिट जोड़ी ने ही दिया था.
हालांकि बीमारी की वजह से पंडित जी कंसर्ट वगैरह कम ही करते थे.. लेकिन अभी हाल ही में 15 मई को उन्हे हरि प्रसाद चौरसिया जी के साथ एक इवेंट में शामिल होना था.. लेकिन उससे पहले ही उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया...
पंडित शिव कुमार शर्मा का जन्म जम्मू में हुआ था... उन्होंने 13 साल की उम्र में संतूर सीखना शुरू किया था... उनकी पहली परफॉर्मेंस साल 1955 में मुंबई में हुई थी... इस महान शख्सियत ने 84 साल की उम्र में दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया है. उनके यूं जाने से हर कोई उदास है…टीवी9 भारतवर्ष की पूरी टीम की ओर से पंडित शिव कुमार शर्मा को भावभीनी श्रद्धांजलि.