नसीम बानो की परवरिश बिल्कुल शाही अंदाज़ में हुई थी, कहते हैं पढ़ने के लिए स्कूल भी वो पालकी से जाया करती थीं...साथ में कुछ लोग भी सुरक्षा में चला करते थे...नसीम बानो बचपन में इतनी ख़ूबसूरत थीं कि उन्हें हमेशा पर्दे में रखा जाता था..लेकिन उनके फिल्मों में आने की कहानी बिल्कुल फिल्मी है...दरअसल, हुआ यूं कि एक बार नसीम बानो अपनी मां के साथ स्कूल की छुट्टियों में फिल्म ‘सिल्वर किंग’ की शूटिंग देखने गईं...अब शूटिंग देखकर नसीम बानो का बालमन फिल्मों में काम करने के लिए मचल उठा...तो दूसरी तरफ नसीम की खूबसूरती देख डायरेक्टर ने फिल्म में हीरोइन का प्रस्ताव रख दिया...लेकिन बेटी को शूटिंग दिखाने लाईं नसीम बानो की मां ने ये सारे प्रस्ताव ठसक भरे लहज़े में ठुकरा दिए, बोलीं – अभी बच्ची है और उसे हीरोइन नहीं डॉक्टर बनना है
उन दिनों सोहराब मोदी एक फिल्म बना रहे थे ‘हेमलेट’ और फिल्म के लिए उन्हें एक हीरोइन की तलाश थी..सो प्रस्ताव लेकर सोहराब मोदी नसीम बानो के पास पहुंचे...नसीम के आगे सोहराब मोदी ने फिल्म हेमलेट की हीरोइन का प्रस्ताव रख दिया..मां ने फिर इनकार कर दिया कि अभी नसीम बच्ची है..फिल्मों में काम नहीं कर सकती...लेकिन इस बार नसीम अड़ गईं ...नसीम ने मां से इस बार साफ-साफ कह दिया कि उन्हें हीरोइन ही बनना है..बात नहीं बनीं तो नसीम ने भूख हड़ताल शुरू कर दी....बेटी की भूख हड़ताल ने मां को तोड़ दिया...मां ने फिल्मों में काम करने की अनुमति तो दी मगर एक शर्त लगा दी कि शूटिंग सिर्फ स्कूल की छुट्टियों में ही होगी, बाकी दिन नहीं....