जिस तरह दिलीप कुमार को भारतीय सिनेमा के ट्रैजेडी किंग की उपाधि दी गई, उसी तरह से इंडियन सिनेमा में एक ट्रैजेडी क्वीन भी थीं. इन्हें पिता से नाम मिला महजबीन बानो और दर्शकों ने इन्हें बुलाया ट्रैजेडी क्वीन ऑफ इंडियन सिनेमा...जी, हम बात कर रहे हैं दिग्गज एक्ट्रेस मीना कुमारी की... मीना कुमारी की अदाकारी के केवल दर्शक ही दीवाने नहीं थे, बल्कि उन्हें अपनी फिल्मों में साइन करने के लिए प्रोड्यूसर-डायरेक्टर उनके फ्री होने का इंतजार किया करते थे. गुरु दत्त ने भी ‘साहिब बीवी गुलाम’ में मीना कुमारी को साइन करने के लिए काफी लंबे वक्त तक इंतजार किया था. इतना ही नहीं, दिलीप कुमार और राज कुमार जैसे कलाकार भी मीना कुमारी के सामने एक्टिंग करते वक्त असहज हो जाते थे. राज कुमार तो अक्सर मीना कुमारी के सामने अपने डायलॉग तक भूल जाया करते थे....लेकिन जिनकी दुनिया दीवानी थी वो मीना कुमारी बचपन से ही अशोक कुमार पर फिदा थीं...
मीना कुमारी के पिता अली बक्श और मां इकबाल बेगम स्टेज आर्टिस्ट थे. मीना कुमारी के पिता अली फिल्मों में भी काम किया करते थे. मीना कुमारी के परिवार की माली हालत ठीक नहीं थी, जिसके चलते मीना कुमारी और उनकी बहन ने भी बाल कलाकार के तौर पर फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था.