करीब 15 साल की उम्र में बंबई में अपना फिल्मी करियर शुरू करने वाली रेखा ने साल 1972 के आते-आते 18 साल की उम्र में जुहू के बीच अपार्टमेंट में अपना फ्लैट खरीद लिया था. इसी बिल्डिंग में जया भादुड़ी भी रहा करती थीं. जया और रेखा के फिल्मी सफर की शुरुआत लगभग एक साथ हुई मगर बहुत कम समय में जया भादुड़ी ने अपनी एक पहचान बना ली थी. मेन स्ट्रीम और गंभीर दोनों किस्म के सिनेमा के लिए जया भादुड़ी एक दम फिट थीं, वहीं दूसरी ओर रेखा एक्टिंग को ज़रा भी सीरियस नहीं लेती थीं. शूटिंग से रेखा ऐसे भागती थीं जैसे लड़कियां कॉलेज बंक करके भागती हों..सुनील दत्त और राजेश खन्ना जैसे उस दौर के बड़े सितारों को रेखा घंटों इंतजार करवाती थीं..एक बार ऋषिकेश मुखर्जी ने नमक हराम की शूटिंग के दौरन आधे दिन तक इंतजार करने के बाद शूटिंग रद्द कर दी थी. ये वो दौर था जब रेखा को मुंहफट और बेबाक कहा जाता था
उन दिनों जया भादुड़ी को रेखा दीदीबाई कहा करती थीं, पहले तो अपार्टमेंट में अक्सर दोनों की मुलाकातें होती रहती थीं..कुछ दिनों में ही रेखा का ज्यादातर खाली वक्त जया के फ्लैट पर बीतने लगा...जया निजी जिंदगी में भी काफी गंभीर थीं, वो अक्सर रेखा को करियर और जिंदगी के बारे में सलाह दिया करती थीं...अमिताभ बच्चन से रेखा की पहली मुलाकात जया के इसी अपार्टमेंट में हुई थी...अमिताभ की सात हिन्दुस्तानी फ्लाप हो चुकी थी, कुछ और फिल्में भी जिसमें अमिताभ लीड रोल में थे वो भी औंधे मुंह गिर चुकी थीं...इसी बीच रेखा ने अमिताभ के साथ दुनिया का मेला फिल्म साइन की..लेकिन प्रोड्यूसर जीएम रौशन ने अमिताभ को फिल्म से निकाल कर संजय खान को साइन कर लिया.