इस कहानी की शुरुआत राजेश खन्ना और अंजू महेंद्रू से होती है...कहते हैं कि दोनों कॉलेज के दिनों से ही एक-दूसरे से बेइंतहां मोहब्बत करते थे मगर दोनों के इश्क ने ऐसी करवट ली कि ये रिश्ता कांच की तरह टूट गया. अंजू महेंद्रू से रिश्ता टूटा तो राजेश खन्ना ने डिंपल कपाड़िया से शादी कर ली.
डिंपल से शादी करने के बावजूद राजेश खन्ना का अंजू के साथ एक रिश्ता बना रहा. लेकिन दोनों का ये रिश्ता दिग्गज अभिनेता संजीव कुमार को खटकता था. राजेश खन्ना, संजीव कुमार से बहुत चिढ़ते थे.
दरअसल, संजीव कुमार, अंजू महेंद्रू के रिश्ते में मामा लगते थे. अंजू की मां शांति महेंद्रू, संजीव कुमार को भाई मानती थीं और उन्हें हर रक्षाबंधन पर राखी भी बांधती थीं. संजीव कुमार और शांति महेंद्रू के बहुत ही अच्छे पारिवारिक रिश्ते थे. शांति महेंद्रू दिग्गज संगीतकार मदन मोहन की सगी बहन थीं. जिस तरह से मदन मोहन, अंजू महेंद्रू के सगे मामा लगते थे, उसी तरह वो संजीव कुमार को भी अपने सगे मामा की तरह ही मानती थीं. ये रिश्ता इतना मजबूत था कि संजीव कुमार चाहे कितने भी व्यस्त क्यों न हो, लेकिन रक्षाबंधन के दिन वो शांति महेंद्रू से राखी बंधवाने उनके पास पहुंच जाया करते थे. एक बार तो शांति महेंद्रू के घर पर न होने के चलते अंजू ने ही संजीव कुमार को राखी बांध दी थी, जिससे इस रिश्ते में और मजबूती आ गई.
यही वजह थी कि संजीव कुमार को राजेश खन्ना और अंजू महेंद्रू का रिश्ता पसंद नहीं था.... मामा होने के नाते वो कैसे अपनी भांजी के साथ उस मर्द को देख सकते थे, जो पहले उनकी भांजी के साथ था और फिर उसने किसी और से शादी कर ली. इतना ही नहीं, शादी करने के बाद भी भांजी के साथ रिश्ते में बना रहा. अन्नू कपूर ने एक बार अपने एक कार्यक्रम में इस किस्से को बताया था कि डिंपल कपाड़िया से जब राजेश खन्ना की शादी हो गई थी, उसके बाद भी काका का अंजू महेंद्रू के साथ संबंध बना रहा.