IPL में दो नई टीमें होंगी लखनऊ और अहमदाबाद. इसमें संजीव गोयनका ग्रुप ने लखनऊ की टीम को 7090 करोड़ रुपये में खरीदा है. इससे पहले भी वो आईपीएल में राइज़िंग पुणे जाइंट्स को खरीद चुके हैं. वहीं विदेशी कंपनी सीवीसी कैपिटल ने अहमदाबाद के लिए 5625 करोड़ रुपये खर्च किए है. यानि आईपीएल की इन दो नई टीमों के लिए कुल 12,715 करोड़ रुपये की बोली लगाई गई. इस बोली के बाद लखनऊ फ्रेंचाइजी आईपीएल इतिहास की सबसे महंगी टीम बन गई है.
आईपीएल टीमों की कीमत क्या है?
इससे पहले साल 2011 में आई पुणे वॉरियर्स इंडिया लगभग 1702 करोड़ और कोच्चि टस्कर्स करीब 1533 करोड़ रुपये में खरीदी गई थीं. इसके अलावा साल 2008 में आई मुंबई इंडियंस को खरीदने में जहां लगभग 450 करोड़ खर्च करने पड़े थे, वहीं आरसीबी के लिए 448 करोड़ की कीमत चुकानी पड़ी थी. 4 बार आईपीएल जीतने वाली चेन्नई सुपरकिंग्स सिर्फ 365 करोड़ में बिक गई थी. केकेआर को 300 करोड़ और पंजाब किंग्स को 305 करोड़ में खरीदा गया था. आईपीएल इतिहास की सबसे सस्ती टीम राजस्थान रॉयल्स है जिसे सिर्फ 270 करोड़ में खरीदा गया था.
चलिए अब आपको बताते हैं इस बार कैसा रहेगा आईपीएल का फॉर्मेट?
आईपीएल के फॉर्मेट में क्या बदलाव आएगा?
आईपीएल में लखनऊ और अहमदाबाद की टीमों की एंट्री के बाद अब कुल 10 टीमें लीग में हिस्सा लेंगी. इतना ही नहीं मैचों की संख्या भी 60 से बढ़कर 74 हो जाएगी. हर टीम को 14 मुकाबले खेलने होंगे. इनमें से सात होम मैच होंगे और सात अवे मुकाबले रहेंगे. इससे पहले साल 2011 में भी आईपीएल में 2 नई टीमें खेली थीं - पुणे वॉरियर्स इंडिया और कोच्चि टस्कर्स. तब पांच-पांच टीमों के दो ग्रुप बनाए गए थे. लेकिन पॉइंट्स टेबल में सब टीमें एक ही जगह थीं. हालांकि कोच्चि टस्कर्स की टीम अगले साल से आईपीएल में नजर नहीं आई और इस तरह आईपीएल 2012 और 2013 में नौ-नौ टीमें थीं और तब लीग में कुल 76 मैच खेले गए थे. साल 2016 और 2017 में सीएसके और राजस्थान रॉयल्स के बैन होने के दो नई टीमों की एंट्री हुई - राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स और गुजरात लायंस, बैन खत्म होने के बाद सीएसके और राजस्थान रॉयल्स की वापसी हुई जिसके बाद ये दोनों टीमें आईपीएल से नदारद हो गईं
चलिए आईपीएल की नई टीमों के खरीददारों के बारे में भी जान लेते हैं
सीवीसी कैपिटल ग्रुप क्या है? - GFX
अहमदाबाद की टीम को खरीदने वाला ग्रुप सीवीसी कैपिटल पार्टनर्स एक निजी इक्विटी और इन्वेस्टमेंट एडवाइजरी फर्म है जिसका हेडक्वार्टर लंदन के लग्जमबर्ग में स्थित है. दुनियाभर में इस कंपनी की पहचान शानदार इनवेस्टमेंट्स के लिए की जाती है. कंपनी के चेयरमैन का नाम स्टीव कोल्टेस हैं. इस कंपनी की शुरूआत साल 1981 में हुई थी
सीवीसी के यूरोप, एशिया और अमेरिका में ऑफिस और कर्मचारी हैं. खेल के मैदान में इन्होने फार्मूला वन में अच्छा खासा स्टेक खरीदा था लेकिन 2016 में भारी मुनाफे के साथ सारे शेयर बेच दिए थे. इसके अलावा इस ग्रुप ने स्पेनिश फुटबॉल लीग ला लीगा, रग्बी और वॉलीबॉल में भी निवेश किया है. ये पहली बार है जब सीवीसी ग्रुप क्रिकेट में पैसा लगा रही है.