प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिवसीय यूरोप दौरा समाप्त कर स्वदेश वापस आ गए हैं... रूस यूक्रेन संकट के बीच पीएम मोदी की विदेश यात्रा कई मायनों में अहम रही... एक तरफ पीएम मोदी ने जर्मनी, डेनमार्क और फ्रांस जैसे ताकतवर देशों का समर्थन हासिल किया तो वहीं दूसरी तरफ यूरोपीय देशों को अपनी ताकत का भी एहसास करा दिया... तभी तो भारत की बढ़ती लोकप्रियता के आगे जर्मनी, डेनमार्क और फ्रांस के मुखिया नतमस्तक दिखे और आगे बढकर भारत के सामने दोस्ती का हाथ बढ़ाया.... साथ ही पीएम मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया... पीएम मोदी की यूरोप यात्रा कई मायनों में सफल मानी जा रही है... इस दौरान कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर हुए... व्यापार, ऊर्जा, रक्षा, प्रौद्योगिकी समेत कई क्षेत्रों में सहयोग की सहमति बनी..साथ ही राजनीतिक, सांस्कृतिक और कूटनीतिक संबंधों को भी मजबूती मिली..
KNOW THIS के इस वीडियो में बताएंगे पीएम मोदी की ये यात्रा कितनी सफल रही...इस दौरान कौन-कौन से अहम समझौते पर सहमति बनी... तो वीडियो में आखिर तक बने रहिए हमारे साथ...
जर्मनी और डेनमार्क के बाद पीएम मोदी अपनी विदेश दौरे के अंतिम पड़ाव में बुधवार रात फ्रांस पहुंचे...फ्रांस की राजधानी पेरिस में भारतीय समुदाय के लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया... उसके बाद पीएम मोदी फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात की... दोनों नेताओं के बीच पेरिस के एलिसी पैलेस में मुलाकात हुई....मैक्रों ने पीएम मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया... तो वही प्रधानमंत्री मोदी भी नहीं चूके उन्होंने मैक्रों को गले लगाकर इस याराने को और गहरा कर दिया... दोनों नेताओं की मुलाकात की ये तस्वीरें सुर्खियों पर हैं... मुलाकात के बाद दोनों नेताओं के बीच बैठक हुई जिसमें रक्षा, अंतरिक्ष, असैन्य परमाणु सहयोग समेत द्विपक्षीय संबंधों पर विस्तार से चर्चा हुई... दोनों नेताओं ने रूस-यूक्रेन संकट पर भी चर्चा की... साथ ही युद्ध के चलते उत्पन्न खाद्यान्न और ऊर्जा संकट पर बातचीत की और इसका हल निकालने को लेकर भी मंथन किया..
बता दें फ्रांस से पहले पीएम मोदी 3 मई को डेनमार्क पहुंचे थे... कोपेनहेगन में अपनी समकक्ष मेट्टे फ्रेडेरिक्सन के साथ पीएम मोदी ने मुलाकात की... इस दौरान दोनों देशों के बीच कई अहम मुद्दों पर समझौते हुए... पीएम मोदी ने डेनमार्क में रहने वाले भारतीय समुदाय को भी संबोधित किया... साथ ही पीएम मोदी नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में भी शामिल हुए... बता दें नॉर्डिक देशों में नार्वे, स्वीडन, आइसलैंड और फिनलैंड शामिल हैं... इस शिखर सम्मेलन में आर्थिक सुधार, जलवायु परिवर्तन, रिन्यूबेल एनर्जी और वैश्विक सुरक्षा के मुद्दे पर चर्चा हुई.. इसके अलावा पीएम मोदी ने नॉर्डिक देशों के प्रधानमंत्रियों से अलग-अलग मुलाकात कर द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया...
डेनमार्क से पहले पीएम मोदी जर्मनी पहुंचे थे... जर्मन चांसलर ओलाफ स्कॉल्ज के साथ कई कार्यक्रमों में शामिल हुए... साथ ही दोनों देशों के बीच कई अहम समझौते पर भी हस्ताक्षर हुए...पीएम मोदी ने बर्लिन में बिजनेस लीडर्स के साथ मुलाकात की साथ ही भारतीय समुदाय के लोगों को भी संबोधित किया... इस दौरान उन्होंने अपनी सरकार के सुधारों को गिनवाते हुए भारतीय युवाओं को देश की इकॉनमी में अपना योगदान देने की भी अपील की... रूस यूक्रेन युद्ध को लेकर भारतीय प्रधानमंत्री ने कहा, दोनों देशों को बातचीत की टेबल पर आना होगा, युद्ध से समस्या का हल नहीं निकलेगा.. भारत हमेशा से शांति का पक्षधर रहा है...इसलिए दोनों देश युद्ध रोकें और बातचीत करें.