दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुई हिंसा के बाद यूपी पुलिस हाई अलर्ट पर है. कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी संख्या में जवानों की तैनाती की गई है. ताजा अपडेट्स के मुताबिक जहांगीरपुरी हिंसा मामले में अबतक लगभग 21 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. जिसमें से रोहिणी कोर्ट ने अंसार और असलम नाम के दो आरोपियों को एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है. बाकी 12 आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. आरोपियों के पास से 3 तमंचा और 5 तलवारें बरामद की गई हैं.
बता दें जहांगीरपुरी में शनिवार को निकाले गए जुलूस में पथराव के बाद हिंसा भड़क गई. बताया जा रहा है कि जुलूस जैसे ही एक मस्जिद के नजदीक पहुंचा वहां दो समूहों के बीच बहस शुरू हो गई. इसके बाद पत्थरबाजी होने लगी और गोलियां भी चलने लगीं. खबर है कि इस घटना में 9 लोग घायल हुए हैं... इसमें 8 पुलिसकर्मी हैं जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. पुलिस के मुताबिक हनुमान जयंती के मौक़े पर पथराव करके सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की कोशिश की गई है. दिल्ली पुलिस ने इस मामले में केस रजिस्टर कर जांच शुरू कर दी है.
मामले को लेकर राजनीतिक नेताओं की अलग अलग प्रतिक्रिया सामने आ रही है. हिंसा पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि अरविंद केजरीवाल जी दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं लेकिन कोई जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार नहीं हैं. वहीं सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली की सुरक्षा केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है. केंद्र सरकार दिल्ली में शांति व्यवस्था बनाए रखे.
कांग्रेस के नेता अनिल चौधरी ने केंद्र और दिल्ली सरकार पर सवाल उठाए हैं और निष्पक्ष जांच की मांग की है. वहीं शिवसेना नेता संजय राउत ने हिंसा का कनेक्शन राजनीति से बताया. इन्होंने कहा कि आने वाले समय में 4-5 राज्यों में चुनाव होने जा रहे हैं, उसके लिए यह वोट मांगने का पूरा षड्यंत्र है.