कानपुर के इत्र कारोबारी पीयूष जैन के पास मिली सैकड़ों करोड़ की दौलत के बारे में जानकर हर कोई हैरान है. सोशल मीडियो पर उनके घर से मिले नोटों के बंडल और सोने के बिस्किट वाली तस्वीरें खूब वायरल हो रही है. आज इस वीडियो में हम आपको बताएंगे कि आखिर पीयूष जैन हैं कौन... पीयूष के घर से कितना सोना और पैसे मिले... ये संपत्ति उन्होंने कहां छिपा के रखी थी.... एजेंसी पीयूष तक कैसे पहुंची?
कौन हैं पीयूष जैन?
पीयूष जैन कानपुर में परफ्यूम के बिजनेसमैन हैं. वो कानपुर की इतरवाली गली में अपना व्यवसाय करते थे. कानपुर के अलावा कन्नौज और मुंबई में भी उनके ऑफिस हैं. खबर है कि पीयूष जैन 40 कंपनियों के मालिक हैं जिसमें से दो Middle East में हैं. बताया जा रहा है कि कन्नौज, कानपुर, मुंबई, दिल्ली के अलावा दुबई में भी उनकी दो प्रॉपर्टी ट्रेस की गई हैं. लाइमलाइट से बचने के लिए वो करीब 15 साल पुरानी कार का इस्तेमाल करते थे. उनके पास एक पुराना स्कूटर भी था.
कितनी संपत्ति हुई बरामद ?
GST इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट के बयान के मुतबाकि अभी तक की रेड में कानपुर से लकर कन्नौज तक छापेमारी में 194 करोड़ से ज्यादा कैश मिला. इसके अलावा 23 किलो सोना मिला है, जिसकी कीमत 11 करोड़ रुपए हैं और इसके साथ ही 6 करोड़ की कीमत का चंदन ऑयल मिला है. कुल मिलाकर अभी तक 211 करोड़ से ज्यादा की बरामदगी हुई है. ये सब GST और इनकम टैक्स विभाग ने जब्त कर लिया है. 22 दिसंबर को शुरू हुई रेड 5 दिन बाद खत्म हो सकी.
पीयूष जैन तक कैसे पहुंची DGGI?
दरअसल दो महीने पहले अहमदाबाद में GST इंटेलिजेंस की एक टीम ने चार ट्रकों को पकड़ा. ट्रकों में पान मसाले का लाखों रुपए का सामान लदा था, लेकिन माल का बिल 50 हजार से कम था यानी E-WAY बिल से बचने के लिए टैक्स चोरी हो रही थी जब पूरी पड़ताल हुई तो फर्जीवाड़े का कनेक्शन कानपुर के इत्र कारोबारी पीयूष जैन और उसके परिवार तक पहुंचा. फिर जांच में कानपुर में इतने पैसे मिले कि कंटेनर मंगवाना पड़ा था. वहीं कन्नौज में सीक्रेट तहखाना मिला, जिसमें से करोड़ों रुपए और गोल्ड बार मिले.
कहां कहां छिपाई थी संपत्ति ?
पीयूष के कन्नौज वाले घर की दरो-दीवारें से सोना बरामद किया गया... ज़मीन के नीचे बनी खुफ़िया अलमारियों में भी कैश छिपाया गया था. इसी मकान से जांच टीमों को सवा सौ किलो सोना मिला. नौ बोरियों में बंद नकदी भी मिली. छापेमारी के दौरान DGGI की टीम को 500 चाबियां, 109 ताले और 18 लॉकर मिले हैं. जब DGGI और इनकम टैक्स की टीमें नोट गिनते गिनते थक गई तो नोट गिनने की मशीनें मंगवाई गई और कुछ समय बाद मशीनें भी कम पड़ने लगीं. फिलहाल पीयूष 14 दिनों के न्यायिक हिरासत में है.