‘बुल्ली बाई’ ऐप मामले में मुंबई पुलिस ने उत्तराखंड के रुद्रपुर से 18 वर्षीय लड़की और बेंगलुरु से 21 साल के विशाल कुमार झा को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि इन दोनों ने ही मिलकर ये पूरा रैकेट चलाया था. आज इस वीडियो में हम आपको Bulli Bai ऐप और उसके विवाद के बारे में सब कुछ बताएंगे. Bulli Bai app controversy क्या है... देश में इसकी इतनी चर्चा क्यों हो रही है.... सुल्ली डील्स क्या है?
क्या है Bulli Bai App Controversy?
बुल्ली बाई एक ऐप का नाम है, जहां सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरों के साथ छेड़छाड़ कर उनकी की online नीलामी की जा रही थी. ऐप के जरिये उन मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाया गया, जो सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर मुखर रहती हैं. ऐप ओपन करते ही स्क्रीन पर मुस्लिम महिलाओं का चेहरा नजर आता है, जिसे बुल्ली बाई नाम दिया गया है. ऐप में मुस्लिम महिलाओं की फोटो और दूसरे पर्सनल डिटेल भी थे, जो उनकी सहमति के बिना ली गई. इन तस्वीरों को प्राइसटैग के साथ शेयर किया जाता था.
एक जनवरी को एक महिला पत्रकार ने बुल्ली बाई ऐप पर ‘डील ऑफ द डे’ बताकर बेची जा रही अपनी तस्वीर को शेयर किया. पत्रकार ने ट्विटर पर कहा कि यह बहुत दुखद है कि एक मुस्लिम महिला के रूप में आपको अपने नए साल की शुरुआत इस डर और घृणा के साथ करनी पड़ रही है. एक ट्विटर हैंडल से भी इस ऐप को प्रमोट किया जा रहा था. ट्विटर हैंडल पर लिखा गया कि इस ऐप के जरिए मुस्लिम महिलाओं को बुक किया जा सकता है. दावा किया जा रहा है कि ये अकाउंट "खालसा सिख फोर्स" द्वारा ऑपरेट किया जा रहा था. बता दें फिलहाल इस ऐप और ट्विटर हैंडल को हटा दिया गया है.
GitHub क्या है?
बुल्ली बाई ऐप गूगल प्ले स्टोर या ऐप स्टोर पर नहीं बल्कि GitHub प्लेटफॉर्म पर मौजूद थी. गिटहब एक ओपन सोर्स प्लेटफॉर्म है, जहां यूजर कोई भी ऐप क्रिएट कर उसे शेयर कर सकता है. आप यहां पर्सनल या प्रोफेशनल किसी भी तरह का ऐप शेयर करने के साथ ही उसे बेच भी सकते हैं. अब गिटहब और इस पर बनाए जा रहे ऐसे एप्स को लेकर लोगों में जबरदस्त आक्रोश है.
सुल्ली डील क्या है?
पिछले साल भी बुल्ली बाई नाम से मिलते जुलते नाम वाली सुल्ली डील्स ऐप विवादों में आई थी जहां मुस्लिम महिलाओं की सोशल मीडिया से तस्वीरें लेकर मिसयूज किया गया था. इसे भी गिटहब पर ही बनाया गया था. बाद में विवाद के चलते ऐप से तस्वीर को हटा लिया गया.
अब तक जांच में क्या मिला?
अब तक की पुलिस जांच में सामने आया है कि बुल्ली बाई ऐप मामले में आरोपी युवती एक नेपाली युवक के संपर्क में थी. बताया जा रहा है कि इसके संपर्क में कुछ और लोग भी हो सकते हैं, इसकी पड़ताल में अब उत्तराखंड एसटीएफ भी जुट गई है. मामले में एक बात और भी गौर करने वाली है. ज्यादातर अकाउंट एक खास समुदाय की भाषा में लिखे गए हैं, जबकि पकड़े गए दोनों आरोपी इस समुदाय से कोई ताल्लुक नहीं रखते हैं.