क्या होता है यूनिकॉर्न ?
जब कोई कंपनी अपना वैल्यूएशन एक बिलियन डॉलर यानि करीब 7.5 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का बना लेती है तब वो कंपनी यूनिकॉर्न की लिस्ट में आ जाती है. यानी यूनिकॉर्न की लिस्ट में आने के लिए कंपनी की टोटल वैल्यू 1 बिलियन डॉलर से ज्यादा होनी चाहिए. यूनिकॉर्न लिस्ट में शामिल होना मतलब कंपनी की ग्रोथ तेजी से हो रही है. जब ग्रोथ तेजी से होती है तब इन्वेस्टर उस कंपनी में अपना पैसा लगाना शुरू कर देता है.
भारत की क्या स्थिति?
यूनिकॉर्न स्टार्टअप के क्षेत्र में भारत आज विश्व में एक अलग मुकाम हासिल कर चुका है. भले ही भारत में स्टार्ट अप कल्चर काफी लेट शुरू हुआ हो लेकिन जैसे ही ये शुरू हुआ काफी तेजी से आगे बढ़ा. फिलहाल भारत दुनिया के टॉप तीन देशों में शुमार है. पहले नंबर पर अमेरिका वहीं दूसरे नंबर चीन और तीसरे नंबर पर भारत है.
एक ही साल में भारत ने यूनिकॉर्न की संख्या दोगुनी से भी ज्यादा कर ली है. इसके अलावा अमेरिका में आईटी कंपनियों का गढ़ माने जाने वाले सिलिकॉन वैली में भी 50 से ज्यादा यूनिकॉर्न को भारतियों ने स्थापित किया है. बदलती सोच और सरकार के द्वारा मिल रहे समर्थन की वजह से स्टार्टअप इकोसिस्टम में मजबूती के साथ भारत के स्टार्टअप अब अपनी पहचान बनाने लगे हैं.
यूनिकॉर्न रेस में कौन से देश आगे ?
मामाअर्थ के लिस्ट में शामिल होने के बाद भारत की कुल 82 कंपनियां यूनिकॉर्न बन चुकी हैं. अमेरिका में ये आंकड़ा 487 और चीन में 301 का है. इनके अलावा ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, इजरायल, कनाडा, ब्राजील और साउथ कोरिया यूनिकार्न के मामले में टॉप 10 देशों में शामिल हैं. एक्सपर्ट्स बताते हैं कि भारत में किसी भी स्टार्टअप को यूनिकॉर्न के स्तर तक पहुंचने में तकरीबन सात साल का वक्त लगता है, जबकि चीन में यह साढ़े पांच साल और अमेरिका में साढ़े छह साल है.
भारत के सबसे बड़े यूनिकॉर्न स्टार्टअप!
पेटीएम भारत के सबसे बड़े यूनिकॉर्न स्टार्टअप में से एक है, जो भारत में डिजिटल पेमेंट की सेवा देने वाली कंपनियों में से एक है. इसके बाद है ओयो जो एक हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री का हिस्सा है. यहां सस्ते दामों में रूम प्रोवाइड किए जाते हैं. बायजूस... जो एजुकेशन टेक्नोलॉजी के आधार रखने वाली कंपनी है. इसके बाद स्विग्गी एक ऑनलाइन डिलीवरी ऐप है जो मिनटों में फूड डिलीवर कर देता है. जोमैटो... ये भी एक फूड डिलीवरी ऐप है. इस लिस्ट में बिग बास्केट और अनअकेडमी भी शामिल हैं.