कोरोना के बढ़ते मामलों ने सभी की टेंशन बढ़ा दी है. भले ही इन्फेक्शन की रफ्तार ज्यादा तेज नहीं है, लेकिन नए मामले फिर से सामने आ रहे हैं और ऐसे में स्थिति के बिगड़ने की आशंका पूरी तरह खारिज नहीं की जा सकती. इस बीच दिल्ली और NCR में एक बार फिर बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए एक बार फिर स्कूली पढ़ाई पर खतरा मंडराने लगा है. बीते हफ्ते 13 से ज्यादा बच्चों के संक्रमण की चपेट में आने के बाद नोएडा के 3 और गाजियाबाद का एक स्कूल बंद कर दिया गया था. वहीं दिल्ली और NCR में स्कूली बच्चों के संक्रमित पाए जाने के बाद ये सवाल भी पूछा जा रहा है कि क्या स्कूल दोबारा बंद किए जाएंगे? तो आज के KNOW THIS वीडियो में हम आपको इस सवाल का जवाब देंगे बीएस आप बने रहिए हमारे साथ.
बता दें कि बीते हफ्ते 13 से ज्यादा बच्चों के कोरोना संक्रमण की चपेट में आने के बाद नोएडा के 3 और गाजियाबाद के एक स्कूल को बंद कर दिया गया था. इसके अलावा, राजधानी दिल्ली के एक स्कूल में टीचर और स्टूडेंट के Corona Positive पाए जाने के बाद बच्चों को वापस भेज दिया गया था. NCR के बंद स्कूल कोरोना गाइडलाइंस का पालन करते हुए फिर से खोले गए हैं, लेकिन नए मामले लगातार सामने आ रहे हैं. जिसकी वजह से चिंता बढ़ गई है. ऐसे में स्कूली पढ़ाई पर एक बार फिर से खतरा मंडरा रहा है. माना जा रहा है कि अगर हालात नहीं सुधरे तो स्कूलों को पहले की तरह बंद भी किया जा सकता.
नोएडा (Covid cases in Noida) में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 107 मामले सामने आए हैं. इनमें 33 बच्चे भी शामिल हैं. फिलहाल नोएडा में 411 कोरोना के एक्टिव केस हैं.देश की बात करें तो पिछले 24 घंटे में 928 लोग कोरोना से ठीक हुए हैं. अभी तक कुल 4,25,11,701 लोग ठीक हो चुके हैं. भारत में रिकवरी रेट 98% से ऊपर बना हुआ है. अब तक देश में कोरोना से 5,21,966 लोगों की मौत हो चुकी है.
इससे पहले रविवार को भारत में कोरोना के 2183 केस सामने आए थे. इसके अलावा 214 लोगों की जान कोरोना से गई थी. एक्टिव केस 11542 थे.दिल्ली में सोमवार को 24 घंटे में कोरोना के 501 केस मिले हैं. इसी के साथ दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट 7.72% तक पहुंच गई है. दिल्ली में पिछले 24 घंटे में सिर्फ 6492 टेस्ट किए गए थे. इसके बावजूद 501 लोग पॉजिटिव मिले हैं.
हालांकि दिल्ली के शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया ने स्कूलों के लिए नई कोरोना गाइडलाइंस जारी की हैं. स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि कोई भी संक्रमण का मामला प्रकाश में आने पर उस संबंधित विंग को बंद कर छात्र को आइसोलेट करना चाहिए और पूरे स्कूल को बंद करने की जरूरत नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि अभी चिंता की कोई बात नहीं है. भले ही संक्रमण की रफ्तार कुछ बढ़ी है मगर हॉस्पिटलाइज़ेशन अभी नहीं बढ़ रहा है. स्थिति फिलहाल काबू में है इसलिए चिंता की बात नहीं है. सरकार ने CBSE टर्म 2 परीक्षाओं के लिए स्टूडेंट्स और पैरेंट्स की सेल्फ सेंटर एग्जाम की मांग को भी अस्वीकार कर दिया है. अगर संक्रमण काबू में रहता है तो कोई नए निर्देश जारी नहीं किए जाएंगे मगर संभव है कि कोरोना की रफ्तार बढ़ने पर स्कूलों पर फिर ताले लगने का खतरा मंडराने लगे.