Elon Musk की कंपनी StarLink, सैटेलाइट के जरिए हाई-स्पीड इंटरनेट सर्विस देती है. देश में फ़िलहाल वायरलेस इंटरनेट के नाम पर Wimax services और मोबाइल इंटरनेट मौजूद है. लेकिन ये दोनों ही सैटेलाइट से डायरेक्ट लिंक नहीं होते, बल्कि terrestial नेटवर्क से जुड़े होते है. यहीं वजह है कि जिन इलाकों में टावर नहीं है या फिर कम है वहां इंटरनेट या तो मिल नहीं पता या काफी स्लो है. भारत में फ़िलहाल शहरी आबादी के 67 परसेंट हिस्से तक इंटरनेट की पहुँच है, वहीँ ग्रामीण भारत में ये आंकड़ा सिर्फ 31 परसेंट है. ऐसे में माना जा रहा है कि स्टारलिंक इंटरनेट भारत के लिए गेमchanger साबित होगा. भारत जैसे देश जहां कनेक्टिविटी एक बड़ी समस्या है और ऑप्टिकल फाइबर पहुंचाना काफी मुश्किल है, वहां स्टारलिंक हाईस्पीड इंटरनेट देने में कारगर साबित होगी.
स्टारलिंक भारत में इंटरनेशनल मार्केट की तुलना में कम कीमत में इंटरनेट सेवा देगी. कंपनी भारत के रूरल areas में इंटरनेट फेसिलिटी देने के लिए देश की टेलीकॉम कंपनियों के साथ साझेदारी करने पर विचार कर रही है.
कैसे काम करेगा स्टारलिंक ?
ये कोई नई टेक्नोलॉजी नहीं है. इसी तरह की टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हम टीवी केबल सर्विस और GPS लोकेशन लेने में कर ही रहे हैं.