क्या है मुहूर्त ट्रेडिंग?
भारतीय परंपरा के अनुसार, देश के कई हिस्सों में दिवाली के साथ नए फाइनेंशियल इयर की भी शुरुआत होती है. इस शुभ मुहूर्त पर शेयर बाजार के कारोबारी स्पेशल शेयर ट्रेडिंग करते हैं, इसलिए इसे मुहूर्त ट्रेडिंग कहा जाता है. हर साल दिवाली के दिन एक घंटे के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग की जाती है. . इस दौरान शेयर बाजार में निवेश को शुभ माना जाता है. निवेशकों का मानना है कि इस दौरान ट्रेडिंग करने से पूरे साल फायदा होता है और धन आता है. स्टॉक एक्सचेंज हर साल मुहूर्त ट्रेडिंग का समय बताता है.आमतौर पर मुहूर्त ट्रेडिंग दिवाली की शाम को की जाती है. मुहूर्त ट्रेडिंग का चलन बीएसई में 1957 और एनएसई में 1992 में शुरू हुआ था.
निवेशकों के लिए क्यों खास?
एक्सपर्ट्स बताते हैं कि मुहूर्त ट्रेडिंग पूरी तरह परंपरा से जुड़ी है. इस दिन ज्यादातर लोग शेयर खरीदते हैं. दिवाली पर खास मुहूर्त पर ट्रेडिंग की शुरुआत कर निवेशक नए फाइनेंशियल ईयर के अच्छे रहने की कामना करते हैं. पिछले सालों में इस दौरान मार्केट के performance पर नजर डालें तो, ज्यादातर मौकों पर मुहूर्त ट्रेडिंग के दिन स्टॉक मार्केट दायरे में ही रहा है. वहीं, कुछ समय के लिए मार्केट में तेजी भी आती है.
इस साल कब है मुहूर्त?
इस बार दिवाली के मौके पर शाम 6:00 से 6:08 बजे प्री-ओपन ट्रेडिंग सेशन होगा. इसके बाद शाम 6:15 से 7:15 बजे मुहूर्त ट्रेडिंग होगी. बाजार की हालिया कारोबारी सेशन को देखते हुए मुहूर्त ट्रेडिंग पर इस बार भी सेंसेक्स और निफ्टी के उच्च स्तर पर कारोबार करने की उम्मीद है.
मुहूर्त ट्रेडिंग करते वक्त क्या ध्यान रखें ?
मुहूर्त ट्रेडिंग करने से पहले Investors को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वो किसी स्टॉक में long term के लिए निवेश करने से पहले उसके फंडामेंटल अच्छे से जान लें. मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन आमतौर पर बहुत उत्साह से भरा होता है और इस दौरान अफवाहें तेजी से फैल सकती हैं. अपने investment plan और रिस्क सहने की क्षमता के बीच तालमेल बिठाकर ही निवेश करें. इस दौरान निवेश करने पर रिटर्न की गारंटी नहीं होती. भले ही शेयर दिवाली पर अच्छा प्रदर्शन करता हो, लेकिन फ्यूचर में उसका performance उसके फंडामेंटल और मैक्रोइकॉनॉमिक factors पर depend करेगा इसलिए समझदारी से निवेश करें.