ज्ञानवापी मस्जिद का विवाद अब और गहराता दिखाई दे रहा है। बीती शाम ज्ञानवापी सर्वे से जुड़ा कथित वीडियो वायरल हुआ। जिसको लेकर हिंदू पक्ष कोर्ट पहुंचा। कोर्ट ने मामले की गंभीरता को समझते हुए सुनवाई की तारीख 4 जुलाई तय कर दी है। वादी पक्ष का कहना है । वीडियो लीक होने की वजह से केस को नुकसान पहुंचा है। वहीं इस मामले की मुख्य वादी राखी सिंह ने वीडियो लीक मामले की CBI जांच की मांग की है। हिंदू पक्ष का कहना है हमनें अभी तक कोर्ट का दिया हुआ लिफाफा नहीं खोला है। हम न्यायालय के आदेश का पालन कर रहे हैं। लेकिन किसी ने जानबूझ कर कोर्ट के आदेश की अवमानना की है। इस मामले से लोगों की धार्मिक भावनाएं जुड़ी हैं जिन्हें आहत करने की कोशिश की जा रही है। बता दें कि सोमवार को ज्ञानवापी मस्जिद के अंदर का एक वीडियो सामने आया था। जिसे सर्वे का वीडियो बताकर सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि ये वीडियो उस वक्त का है जब कोर्ट के आदेश पर सर्वे टीम ज्ञानवापी परिसर का निरीक्षण करने गई थी। जांच दल ने पूरे परिसर का सर्वे करने के साथ-साथ वीडियो ग्राफी भी कराई थी जिसे कोर्ट को सौंपा गया था। वाराणसी कोर्ट ने 30 मई को सर्वे से जुड़े वीडियो और तस्वीरें हिंदू और मुस्लिम दोनों पक्षों को सौंपी थी। लेकिन कुछ घंटों के भीतर ही खबर आई कि सर्वे का वीडियो लीक हो गया है। थोड़ी देर में टीवी चैनलों से लेकर सोशल मीडिया में ये वीडियो वायरल हो गया।
हालांकि इस वायरल वीडियो की प्रमाणिकता हम नहीं करते। लेकिन आपको बताते हैं इस वीडियो में क्या है। वीडियो में शिवलिंग जैसी गोल आकृति समेत वे सभी चिह्न दिखाई दे रहे हैं जिनका जिक्र कोर्ट कमिश्नर ने अपने सर्वे में किया है। वीडियो में ज्ञानवापी मस्जिद का वजूखाना। उसके चारों ओर वादी एवं प्रतिवादी पक्ष के अधिवक्ताओं के साथ कोर्ट कमिश्नर की टीम दिख रही है। वीडियो में नगर निगम के कर्मचारी वुजूखाना का पानी निकालते दिख रहे हैं। पानी निकालने के बाद काले पत्थर की बनी शिवलिंग जैसी आकृति उभरती है। कोर्ट कमिश्नर ने इसकी ऊंचाई ढाई फीट और व्यास 4 फीट बताया है। सर्वे रिपोर्ट में मस्जिद के तीनों गुंबदों के नीचे त्रिशूल जैसी आकृति का उल्लेख किया गया था जबकि लीक वीडियो में वे आकृतियां नहीं दिखाई दे रही हैं लेकिन मस्जिद की दीवारों पर उकेरे गए त्रिशूल और फूल साफ नजर आ रहे हैं। मस्जिद के तहखाने में पुराने पत्थरों से बने तीन खंभे भी दिखे हैं जिन पर सनातन संस्कृति के प्रतीक चिह्न उकेरे दिख रहे हैं। वीडियो में ऐसे चिह्न मस्जिद की पश्चिमी और पूर्वी दीवारों पर भी हैं।
वाराणसी कोर्ट में ज्ञानवापी मामले की सुनवाई करीब 1 महीने के लिए टल गई है लेकिन अब इस मामले में पक्षकार बनने के लिए आवेदन की झड़ी लग गई है। वहीं दूसरी तरफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में ज्ञानवापी परिसर हिंदू पक्ष को सौंपने और पूजापाठ को लेकर दाखिल की गई याचिका पर भी सुनवाई चल रही है। याचिका में दूसरे पक्ष के प्रवेश पर रोक लगाने की मांग की गई है जिस पर अगली सुनवाई 8 जुलाई को होनी है।