क्या होता है रैनसमवेयर अटैक?
रैनसमवेयर एक तरह का मैलवेयर यानि वायरस ही होता है और रैनसमवेयर अटैक एक ऐसा साइबर अटैक है, जिसमें वायरस वाला सॉफ्टवेर किसी के कंप्यूटर में इंटरनेट के ज़रिए भेजा जाता है. ये वायरस आपके कंप्यूटर या लैपटॉप में जाने के बाद उसे अपने कंट्रोल में ले लेता है और फिर आपका डेटा और पूरे सिस्टम का कंट्रोल यूजर को वापस देने के लिए मोटी रकम की डिमांड करता है. सीधे शब्दों में कहें तो ये आपके सिस्टम के डेटा को किडनैप कर लेता है. ये इतना खतरनाक होता है कि सिस्टम को अनलॉक करने के लिए हैकर जितने पैसे मांगता है, उसे चुकाए बिना यूज़र सिस्टम पर कोई काम भी नहीं कर सकता है. इसमें ये भी खतरा रहता है कि फिरौती लेने के बाद भी हैकर आपके डेटा को डिलीट कर दे.
कैसे किया जाता है रैनसमवेयर अटैक?
ज्यादातर Ransomware Malwares को ईमेल में किसी फाइल के ज़रिए ही यूजर के सिस्टम में भेजा जाता है. जैसे ही कोई यूज़र उसे ओपन करता है, उसका सिस्टम हैक हो जाता है. सबसे पहले हैकर्स अपने टारगेट के नेटवर्क को निशाना बनाते हैं. इसके बाद डॉर्क वेब या फिर दूसरे जालसाजी से हैकर पासवर्ड का पता लगाते हैं. जिसके बाद वो आपके डेटा को चोरी कर लेते हैं. डार्क वेब इंटरनेट का वो हिस्सा है जिसके बारे में किसी को नहीं पता. कोई भी सर्च इंजन आपको इंटरनेट के बारे में सिर्फ 4% ही बता पाते हैं लेकिन बाकी के 96% डेब के बारे में हमें सच में कुछ भी नहीं पता और ये एक आम इन्सान के पहुँच से भी परे होता है
अब आपको बताते हैं कि इन हमलों से आखिर बचा कैसे जा सकता है?
रैनसमवेयर अटैक से कैसे बचें?
हालांकि ये एक खतरनाक वायरस है लेकिन फिर भी कुछ सावधानियां बरत कर आप इससे बच सकते हैं, बस यूजर्स को कुछ चीजों का ख्याल रखना है जैसे कि
अपने डेटा का बैक-अप जरूर रखें
किसी भी अननॉन लिंक पर क्लिक न करें
अनवेरीफाइड ईमेल अटैचमेंट को डाउनलोड न करें
सिस्टम में हमेशा एंटी वायरस रखें
सिस्टम को ज़रूरी सॉफ्टवेयर से Update रखें
Windows के Firewall को हमेशा ऑन रखें
सिस्टम के वेब ब्राउज़र की Settings में जाकर पॉप-अप ऑप्शन को Block करके रखें
ऐसे मामलों की सूचना तुरंत साइबर क्राइम को दें