KNOW THIS: कोरोना काल में घटी देश के 84% परिवारों की आय, अमीरों की संपत्ति हुई दोगुनी
Last updated on - Jan 24, 2022 05:04
पिछले साल कोरोना महामारी के चलते भारत की अर्थव्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई. एक ओर जहां देश में तबाही मची... लोग बेरोजगार हो गए... खाने-पीने का संकट पैदा हो गया... वहीं दूसरी ओर भारत के अमीरों की संपत्ति दोगुनी हो रही थी. जी हां ये बात सामने आई है ऑक्सफैम की ताजा रिपोर्ट Inequality Kills में. आज नो दिस के इस वीडियो में हम आपक रिपोर्ट से जुड़ी सभी जरूरी जानकारी देंगे. बताएंगे कि महामारी के दौरान देश में अमीर-गरीब के बीच की खाई कितनी बढ़ी है... देश में आर्थिक असमानता कितनी बढ़ी है. आप बने रहिए हमारे साथ.
ऑक्सफैम की रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड महामारी के दौरान लोगों की इनकम का गैप काफी बढ़ गया. इसके चलते 2021 में भारत में 84% परिवारों की आय में गिरावट आई. साथ ही साथ भारतीय अरबपतियों की संख्या 102 से बढ़कर 142 हो गई और इन 142 अरबपतियों की कुल दौलत 719 बिलियन डॉलर यानी 53 लाख करोड़ रुपए है.
अमीर और गरीब के बीच बढ़ती असमानता का अंदाजा ऑक्सफैम इंडिया के सर्वे में मिले इन नतीजों से लगाया जा सकता है. सर्वे के मुताबिक भारत के टॉप 10 अमीरों के पास इतना पैसा है कि वो देश के सभी स्कूलों और कॉलेजों को अगले 25 सालों तक चला सकते हैं. 98 सबसे अमीर लोगों के पास 55.5 करोड़ गरीब लोगों के बराबर दौलत है. इन 98 परिवारों की कुल दौलत भारत सरकार के टोटल बजट का करीब 41% है.
देश के सबसे अमीर 10% लोगों के पास देश की 45% दौलत है. वहीं, देश की 50% गरीब आबादी के पास महज 6% दौलत है. रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर भारत के टॉप 10 अमीर रोज 1 मिलियन डॉलर यानी 7.4 करोड़ रुपए खर्च करें तो भी उनकी दौलत को खत्म होने में 84 साल लग जाएंगे.
रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना काल में 28% महिलाओं ने अपनी जॉब गंवाई जिससे उनकी कुल कमाई दो तिहाई घट गई. 2020 में महिलाओं की कमाई में 59.11 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. 2019 की तुलना में अब 1.3 करोड़ कम महिलाएं काम करती हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि सबसे ज्यादा अरबपतियों के मामले में चीन और अमेरिका के बाद भारत तीसरे नंबर पर आता है. 2021 में भारत में अरबपतियों की संख्या में 39 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
इन आंकड़ो से ये तो साफ है कि भारत में इनकम गैप महामारी के दौरान तेजी से बढ़ा है. साफ है कि देश की छवि एक गरीब और असमान देश के रूप में उभरती दिख रही है. हालात यही रहे तो आगे चलकर ये बढ़ी समस्या बन सकती है. उम्मीद है इस मुसीबत से निपटने के लिए सरकार जल्द कुछ कदम उठाएगी.