जहां एक ओर दुनिया जंग के मुहाने खड़ी है तो वहीं दूसरी तरफ भारत लगातार अपनी ताकत बढ़ाने में जुटा हुआ है । इसी सिलसिले में भारत ने जो अब किया है उसे जानकर दुश्मन देशों के होश पाख्ता हो जाएंगे । भारत ने बुधवार को ओडिशा के चांदीपुर में कम दूरी तक मार करने वाली पृथ्वी-2 बैलिस्टिक मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। डीआरडीओ द्वारा बनाई गई ये मिसाइल पहले से ही स्ट्रैटेजिक फोर्सेज कमांड का हिस्सा है । रक्षा मंत्रालय के मुताबिक पृथ्वी-2 मिसाइल का परीक्षण 15 जून की शाम करीब साढ़े सात बजे किया गया । परीक्षण के दौरान पृथ्वी 2 मिसाइल ने सभी तय तकनीकी मानकों को पूरा किया है। पृथ्वी-2 मिसाइल की टेक्नोलॉजी बेहद एडवांस है जो सटीकता के साथ निर्धारित लक्ष्य को भेदने की क्षमता रखती है । खास बात यह है कि ये मिसाइल अपने साथ परमाणु हथियार को भी ले जाने में सक्षम है और इससे दुश्मन पर रात में भी वार किया जा सकता है । इसे मोबाइल लॉन्चर से दागा जा सकता है । इससे पहले 2018 में 21 फरवरी को पृथ्वी 2 मिसाइल का रात के समय में परीक्षण किया गया था तो वहीं 2019 में भी 20 नवंबर को पृथ्वी 2 के लगातार दो परीक्षण किए गए, ये सभी परीक्षण चांदीपुर के इसी रेंज से किए गए थे ।
बता दें कि पृथ्वी 2 मिसाइल से 500 से 1000 किलोग्राम तक के हथियार को ले जाया जा सकता है । इसमें दो लिक्विड प्रोपल्शन इंजन लगे हैं। स्टेट ऑफ द आर्ट मिसाइल की मारक क्षमता करीब 350 किलोमीटर है। मिसाइल में एडवांस गाइडेंस सिस्टम लगा है जो अपने लक्ष्य को आसानी से मार गिरा सकता है। अधिकारियों ने बताया कि अत्याधुनिक मिसाइल अपने लक्ष्य को भेदने के लिए इनरशियल गाइडेंस सिस्टम का इस्तेमाल करती है । इसमें उच्च स्तर के विस्फोटक, छेद करने वाले, क्लस्टर बम, टुकड़े करने वाले, गर्मी पैदा करने वाले, रसायनिक और टैक्टिकल परमाणु हथियार लगाए जा सकते हैं. इस मिसाइल का परीक्षण सेना के स्ट्रेटजिक फोर्स कमांड की देखरेख में की जाती है । इसकी निगरानी डीआरडीओ के वैज्ञानिक करते हैं ।
4600 किलोग्राम वजनी इस मिसाइल की सटीक मारक रेंज 250 से 350 किलोमीटर है. इसकी सटीकता 10 मीटर है. यानी दुश्मन अपने स्थान से हटकर 10 मीटर इधर-उधर भी जाता है तो मौत टाल नहीं सकता. अब तक इस मिसाइल के करीब दो दर्जन सफल परीक्षण हो चुके हैं.
सूत्रों की मानें तो आने वाले दिनों में और कई नए और पुराने मिसाइलों का आधुनिकरण कर इसका परीक्षण किया जाएगा। इस मिसाइल के परीक्षण से पड़ोसी देश चीन और पाकिस्तान में जरूर खलबली मच गई होगी।