INS विशाखापट्टनम क्या है?
INS विशाखापट्टनम एक ऐसा युद्धपोत है जो पलक-झपकते दुश्मन के जंगी विमान और मिसाइलों को तबाह कर सकता है. PB15 स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर को ही आईएनएस विशाखापट्टनम का नाम दिया गया है. इसकी लंबाई लगभग 164 मीटर है जबकि भार क्षमता 7,500 टन है. इसे मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स ने स्वदेशी स्टील डीएमआर-249ए से तैयार किया है. 'नौसेना डिजाइन निदेशालय' ने इसकी डिजाइन तैयार की और निर्माण मुंबई स्थित मझगांव डाक शिपबिल्डर्स लिमिटेड ने किया. ये विध्वंसक युद्धपोत भारत की सबसे ताकतवर मिसाइल ब्रह्मोस और 32 एंटी-एयर बराक मिसाइसों से लैस होगा. जिनकी रेंज 100 किलोमीटर है.
INS विशाखापट्टनम की खासियत क्या है?
समंदर में यह युद्धपोत 56 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दुश्मन को खदेड़ सकता है. वॉरशिप अकेले -
GFX - दुश्मन की पनडुब्बियों, जंगी जहाजों, एंटी सबमरीन मिसाइलों और युद्धक विमानों का मुकाबला करने में सक्षम है. नौसेना का ये जंगी जहाज - लंबी दूरी की सतह से हवा में मार करने में माहिर 'बराक-8' मिसाइल से लैस है. इसके अलावा इस पर - सुपरसोनिक सतह से सतह पर मार करने वाली 'ब्रह्मोस' मिसाइल भी तैनात है. इसके अलावा इसे समुद्र के नीचे हमला करने में सक्षम डिस्ट्रायर, पनडुब्बी रोधी हथियार और सेंसर से लैस किया गया है. युद्धपोत पर हल माउंटेड सोनार, हमसा एनजी, हेवी वेट टॉरपीडो ट्यूब लांचर्स और राकेट लांचर्स भी तैनात हैं. इतना ही नहीं, INS विशाखापट्टनम में 312 नौसेना कर्मियों के रहने की व्यवस्था है. जिनमें 50 ऑफिसर और 250 सेलर्स मौजूद होंगे. साथ ही ये युद्धपोत एक बार में 42 दिनों तक समुद्र में रह सकता है. INS विशाखापट्टनम में ट्विवन जोर्या M36E गैस टर्बाइन प्लांट और बर्जेन केवीएम डीजल इंजन जैसे ताकतवर इंजन लगे हैं. ताकि ये तेज रफ्तार से समुद्र में अपने मिशन को अंजाम दे सके. इसके अलावा इसमें (76 मिलीमीटर की OTO मेराला तोप, 4 AK-603 CIWS गन) भी लगी है, जो दुश्मन के जहाज, मिसाइल या विमान को नेस्तनाबूद कर सकती है. INS विशाखापट्टनम में दो RBU-6000 एंटी-सबमरीन रॉकेट लॉन्चर भी लगे हैं.