भारत में ठंड का कहर बढ़ता ही जा रहा है..खासकर उत्तर भारत के राज्यों में पारा तेजी से नीचे गिर रहा है. सुबह और रात में चलने वाली बर्फीली हवाएं हांड़ कंपा रही हैं..वहीं मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के अनुसार, हर साल के मुताबिक इस साल ज्यादा ठंड पड़ने वाली है. आपने अक्सर ठण्ड के वक़्त पर देखा होगा कि देश के दूसरे हिस्सों की तुलना में उत्तर भारत में कड़ाके की सर्दी पड़ती है. लेकिन क्या आपने कभी ये सोचा है कि आखिर ऐसा क्यों होता है.. तो आज के know this वीडियो में हम आपको बताएंगे कि उत्तर भारत में क्यों पड़ती है कड़ाके की ठंड? साथ ही ये भी बताएंगे कि धरती के भूगोल और बर्फबारी का आपस में क्या रिश्ता है? बस आप वीडियो के आखिर तक बने रहिये हमारे साथ..
सबसे पहले जानते हैं कि
ठंड क्यों पड़ती है?
दरअसल जब पृथ्वी सूर्य की ओर चक्कर लगाती है तो वो थोड़ी तिरछी होती है. जिस वजह से गोलार्द्ध (hemisphere) सूर्य की तरफ झुका रहता है, उस ओर ज्यादा धूप मिलती है और वहां गर्मी पड़ती है..इसके उलट जो गोलार्द्ध सूर्य से उलट दिशा में झुका होता है, वहां सर्दियों का मौसम आ जाता है.. बता दें कि ऐसा हर साल होता है. और इस हिसाब से ही मौसम में बदलाव होता है. जैसे दिसंबर में उत्तरी गोलार्द्ध को सीधी धूप कम मिलती है और वहां सर्दियों का मौसम होता है तो वहीं दक्षिण में गर्मियों का.
उत्तर भारत में क्यों पड़ती है कड़ाके की ठंड?
देश के दूसरे हिस्सों की तुलना में उत्तर भारत में कड़ाके की सर्दी पड़ती है. उत्तर भारत में तेज शीतलहर के पीछे ‘धरती का भूगोल’ भी एक वजह बताई जाती है. भूगोल से यहां मतलब लेटीट्यूट यानी अक्षांश रेखीय इलाकों के नजदीक होने से है. वहीं दिल्ली की सर्दी की बात की जाए दिल्ली तीन पहाड़ी प्रदेशों जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड से काफी सटा हुआ है, जहां से चलने वाली बर्फीली हवाएं दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में ठंड फैलाती हैं. ऐसा हर साल होता है. इस साल तो 15 नवंबर से ही हिमाचल, जम्मू और उत्तराखंड के कई जगहों पर बर्फबारी शुरू हो गई थी. वहीं पश्चिमी विक्षोभ के कारण भी उन इलाकों से ठंडी हवाएं आ रही हैं. बता दें कि इस साल मौसम विभाग ‘ला नीना’ की वजह से ज्यादा ठंड की चेतावनी पहले ही दे दी है..
ला नीना का ठंड से क्या कनेक्शन है?
जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया कि मौसम वैज्ञानिकों ने इस बार भयानक ठंड पड़ने की भविष्यवाणी पहले ही कर दी थी और इसके पीछे की वजह ला नीना को बताया तो अब हम आपको बताते हैं कि ला नीना का ठण्ड से क्या कनेक्शन है?
ला नीना एक स्पेनिश वर्ड है, जिसका मतलब होता है छोटी बच्ची. पूर्वी प्रशांत महासागर के सतह पर कम हवा का दबाव होने पर ये स्थिति पैदा होती है. इससे समुद्री सतह का तापमान काफी कम हो जाता है और इसका असर पूरी दुनिया के मौसम पर पड़ता है. बता दें कि ला नीना का चक्रवात पर भी असर होता है. ये अपनी स्पीड के साथ tropical cyclones की दिशा तक बदल सकती है..ऐसे में ये कुछ बड़ी वजहें हैं जिस कारण उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ रही है..