असम और मेघालय के बीच 5 दशक पुराना सीमा विवाद आखिरकार सुलझ गया है. पिछले कुछ सालों में दोनों राज्यों के बीच 884 किलोमीटर की सीमा को लेकर कई बार झड़प हुई है. लंबे समय से चले आ रहे भूमि विवाद की शुरुआत 1972 में हुई थी, जब मेघालय को असम से अलग कर दिया गया था. आज नो दिस के इस वीडियो में हम आपको असम और मेघालय के बीच 50 साल पुराने सीमा विवाद के बारे में सब कुछ बताएंगे. जानेंगे इसकी शुरुआत कैसे हुई थी? आप वीडियो के आखिर तक बने रहिए हमारे साथ.
साल 1972 में मेघालय को असम से अलग करके एक राज्य बनाया गया. दोनों राज्य 884.9 किलोमीटर की लंबी सीमा साझा करते हैं. दोनों राज्यों के बीच विवाद की सबसे बड़ी वजह असम के कामरूप जिले की सीमा से लगा लंगपीह जिला है. लंगपीह कभी कामरूप जिले का हिस्सा हुआ करता था, लेकिन आजादी के बाद यह गारो हिल्स और मेघालय का हिस्सा बन गया. हालांकि असम इसे अपनी मिकिर पहाड़ियों का हिस्सा मानता रहा है. 2010 में लंगपीह में पुलिस की गोलीबारी में चार लोगों की मौत हो गई थी.
ऐसे ही मुद्दों को लेकर सीमा के आस पास के हिस्से में 12 क्षेत्रों को लेकर विवाद शुरू हो गया. इसमें ऊपरी ताराबारी, गजांग रिज़र्व फॉरेस्ट, हाहिम, लंगपीह, बोरदुआर, बोकलापारा, नोंगवा, मातमूर, खानापारा-पिलंगकाटा, देशदेमोरिया ब्लॉक I और ब्लॉक II, खंडुली और रेटाचेरा शामिल हैं. लम्बे चले सीमा विवाद के दौरान लंकपीह समेत कई क्षेत्रों में हिंसा की घटनाएं हो चुकी हैं. दोनों ही राज्यों में विकास को लेकर भी लम्बा विवाद चला है. यहां ऐसे लोगों की कमी नहीं है जो रह तो असम में रहे हैं, लेकिन उनका नाम वहां की मतदाता सूची में न होकर मेघालय की वोटर लिस्ट में है. इतना ही नहीं, दोनों राज्यों के नक्शों में भी सुधार नहीं किया गया है.
बता दें असम का नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय और मिजोरम के साथ भी सीमा विवाद है. हिंसा की घटनाएं असम की सीमा से जुड़े राज्य मिजोरम में भी हुईं. पिछले साल 26 जुलाई को असम-मिजोरम सीमा पर अब तक की सबसे भीषण हिंसा में असम पुलिस के छह जवानों की मौत हो गई थी. इन दोनों राज्यों के लगभग 100 नागरिक और सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे. इसी विवाद को खत्म करने के लिए पहल की गई.
सीमा विवाद को दूर करने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में असम और मेघालय के मुख्यमंत्रियों द्वारा समझौते पर हस्ताक्षर किए गए. इस दौरान असम- मेघालय और गृह मंत्रालय के अधिकारी भी मौजूद रहे. इस मौके पर अमित शाह ने कहा, मुझे इस बात की खुशी है कि आज विवाद की 12 जगहों में से 6 पर असम और मेघालय के बीच समझौता हुआ है.