भारतीय जनता पार्टी से सस्पेंड हो चुकीं नूपुर शर्मा (Nupur Sharma Case) की ओर से पैगंबर मोहम्मद को लेकर की गई विवादास्पद टिप्पणी के बाद खाड़ी देशों ने भारत के सामने आधिकारिक विरोध दर्ज करवाया है. खाड़ी देशों के विरोध के बाद कई तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. कई देशों की ओर से किए जा रहे विरोध के बाद ये भी कहा जा रहा है कि खाड़ी देशों के विरोध के बाद अपने ही नेताओं पर एक्शन लिया जा रहा है. ऐसे में सवाल है कि मिडिल ईस्ट एशिया में स्थित ये मुस्लिम देश भारत (India And Gulf Countries Relation) के लिए इतना महत्व क्यों रखते हैं? know this वीडियो में हम आपको ये ही बताने वाले हैं साथ ही हर देश के आधार पर ये भी बताएंगे कि भारत किस
भारत और मिडिल ईस्ट के बीच रिश्ते सिर्फ इतिहास और संस्कृति से ही नहीं बल्कि व्यापार और वाणिज्य से भी जुड़े हैं. कई सालों से इन देशों के साथ व्यापार कर रहा है और भारत के विदेशी व्यापार में इन देशों का बड़ा हिस्सा है. वहीं, तेल के मामले में तो भारत इन देशों पर ही निर्भर है. इसके अलावा इन देशों में बड़ी संख्या भारतीय रह रहे हैं, जिस वजह से भी इन देशों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है.
वहीं खाड़ी देशों में कितने भारतीय रह रहे हैं इसकी बात की जाए तो मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, खाड़ी देशों में 89 लाख भारतीय रहते हैं, इसमें सबसे ज्यादा यूएई में हैं. यूएई में इतने भारतीय हैं कि माना जाता है कि वहां तीसरा इंसान भारतीय ही है. बता दें कि यूएई में 34,25,144 भारतीय रह रहे हैं, जो वहां की जनसंख्या का 34.6 फीसदी हिस्सा हैं. इस ही तरह ही दूसरे खाड़ी देशों में भी भारतीयों की संख्या है.
जैसे सउदी अरब में करीब 25 लाख 94 हजार लोग रहते हैं, वहां की जनसंख्या का 7.5 फीसदी हिस्सा है कुवैत में करीब 10 लाख 29 हजार भारतीय रहते हैं, जो वहां की जनसंख्या का 24.1 फीसदी हिस्सा है. कुवैत में रहने वाले भारतीय की संख्या भले ही कम है, लेकिन जनसंख्या के हिसाब से वहां सउदी से भी ज्यादा प्रतिशत है.
सिर्फ ऐसा नहीं है कि खाड़ी देशों में भारतीय ही रहते हैं, इसके अलावा व्यापार की दृष्टि से भी भारत के इन देशों के साथ अच्छे संबंध है. अगर खाड़ी देशों की बात करें तो यूएई में ही भारत से इतना सामान निर्यात होता है कि यह भारत का तीसरा सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर है.
भारत में विदेश से आने वाले करीब आधा पैसा 5 खाड़ी देशों से ही आ रहा है. हर देश के हिसाब से देखें तो भारत में 26.9 फीसदी पैसा यूएई, 11.6 फीसदी पैसा सउदी अरब, 6.5 फीसदी पैसा कतर, 5.5 फीसदी पैसा कुवैत और 3 फीसदी पैसा ओमान से आ रहा है.
बता दें कि भारत में आने वाले कुल क्रूड ऑयल में 60 फीसदी तेल खाड़ी देशों से ही आता है. इसमें सबसे ज्यादा इराक से आता है. भारत में इराक से 22, सउदी अरब से 19, यूएई से 9, नाइजीरिया से 8, कुवैत से 7 फीसदी तेल आता है.