धरती के जन्नत की दिलकश टीवी अभिनेत्री अमरीन भट्ट, जिसकी आवाज और अदाकारी कम वक्त में ही वादी-ए-कश्मीर की पहचान बन गई। जो टीवी सीरियल और सोशल मीडिया के जरिए कश्मीर की खूबसूरती और अपनी आवाज पूरी दुनिया तक पहुंचाती रही। लेकिन बुजदिल दहशतगर्दों को ये सब बर्दाश्त नहीं हुआ। अमरीन की आवाज आतंकियों के कानों में गर्म शीशे की तरह पिघलती रही। अमन और भाईचारे के दुश्मनों ने इस आवाज को एके-47 की तड़तड़ाहट से शांत कर दिया।
ये सब कुछ बीती 25 मई की शाम को हुआ। जब पाकिस्तान के पाले-पोसे तीन आतंकियों ने अमरीन और उसके भतीजे पर गोलियों की बौछार कर दी। पुलिस के मुताबिक आतंकी हमला 7 बजकर 55 मिनट पर हुआ। बडगाम जिले में चदूरा के हिशरू इलाके में अमरीन का घर है। हमले के वक्त अमरीन अपने 10 साल के भतीजे के साथ घर के बाहर खड़ी थी। तभी अचानक से आए हमलावरों ने उस पर फायरिंग झोंक दी। गोली से लहू लुहान अमरीन जमीन पर गिर पड़ी, भतीजे को भी गोली लगी।
हमले के तुरंत बाद दोनों को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। जहां अमरीन ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। लेकिन उनके भतीजे का इलाज अभी भी चल रहा है। डॉक्टर उसकी जान बचाने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। लेकिन परिवार बदहवास है। रो-रोकर बुरा हाल है। समझ नहीं आ रहा अमरीन ने इन दहशतगर्दों का क्या बिगाड़ा था? अमन की बात करने वाली अमरीन को गोली क्यों मार गई?
दहशतगर्दों की तलाश में कश्मीर पुलिस ने ऑपरेशन शुरू कर दिया और 48 घंटों से भी कम वक्त में अमरीन के गुनहगारों को ढेर कर दिया। ये दोनों आतंकी मुठभेड़ के दौरान अवंतीपोरा इलाके में मारे गए। कश्मीर रेंज के IGP विजय कुमार के मुताबिक दोनों आतंकियों ने लश्कर के कमांडर लतीफ के कहने पर अमरीन की हत्या की थी। मारे गए आतंकियों की पहचान शाहिद मुश्ताक निवासी बडगाम और फरहान हबीब निवासी हकरीपोरा पुलवामा के रूप में हुई है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कश्मीर घाटी में बीते 3 दिनों में बड़ी सफलता हासिल की है। जवानों ने जैश-ए-मोहम्मद के 3 और लश्कर से जुड़े 7 आतंकियों को मार गिराया है।