आईपीएल रिटेंशन क्या होता है?
मेगा ऑक्शन से पहले हर एक टीम के पास 90 करोड़ रुपये की राशि होती है जिसे खर्च करके वो या तो खिलाड़ियों को अपने साथ ही बनाए रखती हैं या फिर उन्हें ऑक्शन में भेज देती हैं. जहां बाकी फ्रेंचाइजियों के पास उन खिलाड़ियों को खरीदने का मौका होता है, जिन्हें उसकी पिछली फ्रेंचाइजी जाने देती हैं. बस इसी प्रक्रिया को आईपीएल रिटेंशन कहते हैं
खिलाड़ियों को रिटेन करने का नियम क्या कहता है?
एक फ्रेंचाइजी को ज्यादा से ज्यादा चार खिलाड़ियों को रिटेन करने की इजाजत है. टीमों के पास ऑप्शन होता है कि अगर वो चाहें तो तीन भारतीय और एक विदेशी प्लेयर को अपने साथ बरकरार रख सकती हैं या फिर दो देसी और दो विदेशी खिलाड़ियों को भी रिटेन कर सकती हैं. फिलहाल जिन प्लेयर्स को 8 टीमों ने रिेटेन किया है उन्हें छोड़कर अब दो नई फ्रेंचाइजी - अहमदाबाद और लखनऊ बचे हुए खिलाड़ियों में से अपनी अपनी टीमें बनाएंगी. खिलाड़ियों के मेगा ऑक्शन से पहले नई टीमें अधिकतम 3 खिलाड़ी चुन सकती हैं, जिनकी घोषणा 25 दिसंबर को की जाएगी. नई फ्रेंचाइजी के पास दो भारतीय और एक विदेशी प्लेयर चुनने का ऑप्शन है
अब अगर कोई टीम चार खिलाड़ियों को रिटेन करती है तो उसे पहले खिलाड़ी को अधिकतम 16 करोड़, दूसरे को 12 करोड़, तीसरे को 8 करोड़ और चौथे खिलाड़ी को 6 करोड़ की कीमत चुकानी होगी, वहीं तीन खिलाड़ी रिटेन करने पर फ्रैंचाइजी को पहले खिलाड़ी के लिए अधिकतम 15 करोड़, दूसरे खिलाड़ी के लिए 11 करोड़ और तीसरे खिलाड़ी के लिए 7 करोड़ की कीमत देनी होगी. दो प्लेयर्स को रिटेन करने पर पहला खिलाड़ी 14 करोड़ तो दूसरा खिलाड़ी- 10 करोड़ लेकर जा सकता है. जबकि एक खिलाड़ी रिटेन करने पर अधिकतम दाम 14 करोड़ है तो अनकैप्ड खिलाड़ी को अपने साथ रखने के लिए फ्रैंचाइजी को चार करोड़ रुपये प्रति प्लेयर चुकाने होंगे