बीजेपी प्रवक्ता नुपूर शर्मा के टीवी चैनल पर बहस के दौरान पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी का मामला खाड़ी देशों तक पहुंच गया है. नुपूर शर्मा के बयान पर कई अरब देशों ने आपत्ति जताते हुए भारत को माफी मांगने को कहा. वहीं रविवार को विवादास्पद आपत्तिजनक टिप्पणी मामले में बीजेपी ने सख्त कार्रवाई करते हुए नूपुर शर्मा को निलंबित और नवीन जिंदल को पार्टी से निष्कासित कर दिया है. कतर ने इस फैसले का स्वागत तो किया लेकिन कतर के विदेश मंत्रालय ने भारतीय राजनयिक दीपक मित्तल को तलब कर उन्हें इस मुद्दे पर ऑफिशियल ज्ञापन भी सौंपा। इसमें कतर ने बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता के पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ दिए गए बयान की निंदा की और निराशा व्यक्त की। कतर के विदेश राज्य मंत्री सुल्तान बिन साद अल मुरैखी की ओर से दिए गए ज्ञापन में बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा और दिल्ली बीजेपी नेता नवीन कुमार जिंदल को हटाए जाने के फैसले का स्वागत किया गया है। इसके साथ ही मांग की गई है कि भारत सरकार इस बयान की आलोचना करे और माफी मांगे। ज्ञापन में कहा गया है कि इस तरह के बयान अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा को बढ़ा सकते हैं।
कतर की ओर से जारी बयान में कहा गया कि दुनिया भर में दो अरब मुस्लिम हैं जो पैगंबर मोहम्मद के मार्गदर्शन पर चलते हैं। कतर की ओर से कहा गया कि इस तरह के धार्मिक घृणा भड़काने वाले बयान दुनिया भर के मुस्लिमों का अपमान हैं। कतर सभी धर्मों और राष्ट्रीयताओं के लिए सहिष्णुता, सह-अस्तित्व और सम्मान के मूल्यों को मानता है। इससे पहले ओमान के ग्रैंड मुफ्ती ने भी नूपुर शर्मा के बयान को लेकर बीजेपी को घेरा था। इस पर बीजेपी ने स्पष्टीकरण भी दिया था। वहीं कतर की नाराजगी और बयान पर विदेश मंत्रालय में भारतीय राजदूत दीपक मित्तल ने जवाब दिया. मित्तल की ओर से कहा गया कि किसी व्यक्ति विशेष या किसी पार्टी के प्रवक्ताओं का बयान भारत सरकार के विचार को नहीं दर्शाता है। भारत सरकार संविधान के मूल्यों पर चलता है। भारत एकता में विश्वास रखता है। उन्होंने आगे कहा कि अपमानजनक टिप्पणी करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया गया है।
वहीं, बीजेपी से निलंबित होने के बाद नूपुर शर्मा ने पूरे मामले में खेद प्रकट किया है। सोशल मीडिया पर अपना बयान जारी करते हुए नूपुर शर्मा ने कहा कि मेरी मंशा किसी को दुख पहुंचाने की नहीं थी और मैं अपे शब्द वापस लेती हूं। नूपुर शर्मा ने एक ट्वीट में लिखा, मैं पिछले कई दिनों से टीवी डिबेट पर जा रही थी, जहां रोजाना मेरे आराध्य शिव जी का अपमान किया जा रहा था। मेरे सामने यह कहा जा रहा था कि वह शिवलिंग नहीं फुवारा है। दिल्ली के हर फुटपाथ पर बहुत शिवलिंग पाए जाते हैं जाओ जा के पूजा कर लो। मेरे सामने बार-बार इस प्रकार से हमारे महादेव शिव जी के अपमान को मैं बर्दाश्त नहीं कर पाई और मैंने रोष में आके कुछ चीजें कह दीं। अगर मेरे शब्दों से किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची हो तो मैं अपने शब्द वापिस लेती हूं। मेरी मंशा किसी को कष्ट पहुंचाने की कभी नहीं थी।' दरअसल 27 मई को नूपुर शर्मा ने एक निजी चैनल के डिबेट में हिस्सा लिया था। इस दौरान ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर चल रहे विवाद पर चर्चा की जा रही थी। इसी दौरान उनके दिए बयान पर ये सारा विवाद हुआ था.