ज्ञानवापी मंदिर है या मस्जिद? पिछले कुछ दिनों में इस विवाद ने देश में एक नई बहस छेड़ दी। मामला कोर्ट पहुंचा, सुनवाई हुई और सर्वे का आदेश आ गया। तीन दिन में सर्वे का काम पूरा हुआ। रिपोर्ट कोर्ट पहुंचती उससे पहले ही हिंदू पक्ष ने ज्ञानवापी परिसर के तालाब में शिवलिंग मिलने का दावा कर दिया। एक सुर से आवाज आई कि 'बाबा मिल गए'। हालांकि मुस्लिम पक्ष इस दावे को नकार रहा है। मुस्लिम पक्ष का कहना है कि जिसे शिवलिंग बताया जा रहा है, दरअसल हकीकत में वो फव्वारा है। बाबा और फव्वारा के दावों के बीच सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो ने तहलका मचा दिया। दरअसल हिंदू पक्ष ज्ञानवापी में जिस जगह शिवलिंग मिलने का दावा कर रहा है, उसी जगह का एक वीडियो सर्वे पूरा होने के बाद से ख़ूब वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि ये वही शिवलिंग है जिसका नंदी सदियों से इंतजार कर रहे थे।
भले ही हिंदू पक्ष इस वीडियो के सामने आने के बाद गदगद है, लेकिन मुस्लिम पक्ष इस दलील से बिल्कुल भी सहमत नहीं है। AIMIM चीफ़ असदुद्दीन ओवैसी तो यहां तक कह गए कि इस तरह के फव्वारे हर मस्जिद में होते हैं।
आपको बताते चलें कि वायरल हो रहा ये वीडियो सर्वे के दिन का नहीं है। विशेष कोर्ट कमिश्नर विशाल सिंह ने साफ किया है कि जो वीडियो वायरल हो रहा है, वो सर्वे के दिन का नहीं है, यह पहले का हो सकता है। वीडियो भले पुराना हो, लेकिन इसे लेकर दोनों पक्षों के अपने-अपने दावे और मज़बूत हो रहे हैं।