पिछले दिनों प्रधानमंत्री मोदी ने देश की शिक्षा व्यवस्था को लेकर कुछ बड़ी बातें कहीं. उन्होंने एजुकेशन सेक्टर में बदलाव की ओर इशारा करते हुए डिजिटल यूनिवर्सिटी की उपयोगिता और युवाओं को इससे होने वाले फायदे पर अपनी बात रखी. डिजिटल यूनिवर्सिटी का जिक्र वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2022 के अपने बजट भाषण में भी किया था. तो आज के know this video में हम आपको बताएंगे कि आखिर क्या होती है डिजिटल यूनिवर्सिटी? इसके फायदे क्या हैं? साथ ही बताएँगे कि देश और दुनिया में कहां हैं डिजिटल यूनिवर्सिटी? बस आप वीडियो के आखिर तक बने रहिए हमारे साथ..
डिजिटल यूनिवर्सिटी एक ऐसी यूनिवर्सिटी होती है, जो स्टूडेंट्स को कई तरह के कोर्स और डिग्रियों की शिक्षा पूरी तरह ऑनलाइन अवेलेबल कराती है. देश की बाकी सेंट्रल यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और ट्रेनिंग प्रोग्राम उपलब्ध होते हैं. टेक्निकल कोर्स शुरू किए जा सकते हैं, यहां स्टूडेंट्स एक ही प्लेटफॉर्म पर कई सारे कोर्स को पढ़ सकते हैं. डिजिटल यूनिवर्सिटी में एक कैंपस रहता है, जहां टीचर और स्टाफ के माध्यम से स्टूडेंट्स को ऑनलाइन एजुकेशन प्रोवाइड किया जाता है. ख़ास तौर पर डिजिटल यूनिवर्सिटी में देश की टॉप यूनिवर्सिटीज को जोड़ने की योजना है, इससे छात्रों को एक ही प्लेटफॉर्म के जरिए कई टॉप यूनिवर्सिटीज के कोर्सेज करने का मौका मिल जाएगा. डिजिटल यूनिवर्सिटी के जरिए किसी भी छात्र को किसी शहर में गए बिना अपने घर पर बैठे ही उस शहर की टॉप यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने का सपना पूरा करने का मौका मिलेगा. इसका सबसे बड़ा फायदा ये होगा कि देश के दूरदराज क्षेत्रों में मौजूद छात्रों को भी वर्ल्ड क्लास शिक्षा मिल पाएगी।
सरकार की योजना प्रस्तावित डिजिटल यूनिवर्सिटी को हब एंड स्पोक मॉडल नेटवर्क पर स्थापित करने की है.. हब एंड स्पोक मॉडल ऐसा डिस्ट्रिब्यूशन मॉडल होता है, जिसमें सब कुछ एक सेंट्रलाइज्ड हब से पैदा होता है और फिर अंतिम कंज्मशन के लिए छोटे स्थानों, यानी स्पोक तक जाता है..सीधे शब्दों में कहें तो हब एंड स्पोक मॉडल का मतलब है कि आपने एक मैसेज यानी हब क्रिएट किया और फिर उसे एक ही बार में अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म यानी स्पोक जैसे-ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम पर शेयर कर दिया... वहीं देश में पहली डिजिटल यूनिवर्सिटी फरवरी 2021 में ही केरल में खुल चुकी है. केरल के टेक्नोसिटी में देश की पहली डिजिटल यूनिवर्सिटी की स्थापना की गई है. केरल की डिजिटल यूनिवर्सिटी पोस्ट ग्रैजुएट प्रोग्राम और विभिन्न डिजिटल टेक्नोलॉजी के क्षेत्रों में रिसर्च कोर्स उपलब्ध कराती है.. इसी के साथ देश की दूसरी डिजिटल यूनिवर्सिटी की स्थापना राजस्थान के जोधपुर में की जा रही है. जोधपुर डिजिटल यूनिवर्सिटी का निर्माण 30 एकड़ क्षेत्र में करीब 400 करोड़ की लागत से किया जा रहा है..
अब आपको बताते हैं कि दुनिया में कौन सी यूनिवर्सिटीज डिजिटल डिग्रियां उपलब्ध करा रही हैं? दरअसल दुनिया में पूरी तरह डिजिटल यूनिवर्सिटी के तौर पर काम करने वाली यूनिवर्सिटी नहीं है.. हालांकि दुनिया की कई टॉप यूनिवर्सिटीज में कई पूरी तरह ऑनलाइन डिग्रियां दी जाती हैं, लेकिन ये यूनिवर्सिटीज ऑफ लाइन शिक्षा यानी कैंपस में पढ़ाई के साथ-साथ ऑनलाइन शिक्षा भी उपलब्ध कराती हैं.. जैसे कि यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन में 20 ऑनलाइन डिग्री मिलती हैं, एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी में 66 और जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी में 88 ऑनलाइन डिग्री कोर्स होते हैं. इन सभी यूनिवर्सिटीज़ में इन कोर्स की डिग्री ऑनलाइन के साथ ही ऑफलाइन मोड में भी दी जाती हैं.