'गजवा-ए-हिन्द' का सपना देखने वाले 'तालिबानी सोच' के 'मजहबी उन्मादी' यह बात गांठ बांध लें, वो रहें या न रहें, भारत शरीयत के हिसाब से नहीं, संविधान के हिसाब से ही चलेगा। जय श्री राम!’
ये वो ट्वीट है जिसे UP के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 14 फरवरी को किया। इसके बाद से गजवा-ए-हिंद चर्चा में है.. हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इससे पहले भी कई बार गजवा-ए-हिंद शब्द का इस्तेमाल कर चुके हैं. तो आज के know this video में हम आपको बताएंगे कि मुख्यमंत्री जिस गजवा-ए-हिन्द की बात कर रहे हैं वो होता क्या है? और इसका इतिहास कितना पुराना है? बस आप वीडियो के आखिर तक बने रहिए हमारे साथ..
इस्लाम में गजवा-ए-हिंद का अर्थ सामान्य तौर पर पहले काफ़िरों को जीतने के लिए किए गए युद्ध के लिए किया जाता था. गजवा-ए-हिंद पुराना शब्द है. इसमें गजवा का मतलब उस जंग से था, जो इस्लाम के विस्तार के लिए लड़ी जाती थी.यानी, गजवा-ए-हिन्द के मायने ऐसी जंग से हैं, जिसके जरिए भारतीय उपमहाद्वीप के लोगों को इस्लाम में शामिल किया जा सके.. जानकार बताते हैं कि जब इस्लाम को भारत वर्ष में विस्तार देने की कोशिश हुई थी, तब इस शब्द का इस्तेमाल हुआ था...जब सातवीं शताब्दी में मोहम्मद बिन कासिम ने भारत पर हमला किया इस दौरान देशभर में इस्लाम को फैलाने की कोशिश की गई. हालांकि वो सफल नहीं हो पाया. उसके बाद दूसरे देशों से आए विदेशी मुस्लिम हमलावरों ने भी इस्लाम फैलाने के लिए भयंकर मार-काट मचाई, जिसके बाद डर के चलते काफी लोगों ने अपना धर्म बदल लिया. फिर भी देश की बहुत बड़ी आबादी अपने मूल धर्म पर टिकी रही. उसी बड़ी आबादी को इस्लाम में कन्वर्ट करने के लिए भारत में गजवा-ए-हिंद करना कट्टरपंथियों का पुराना ख्वाब रहा है.
मुस्लिम धर्म के सिद्धांतों के अनुसार दुनिया दो भागों में बंटी है.. पहला हिस्सा दारुल इस्लाम कहा जाता है, यानि कि वो देश जहां मुस्लिम रहते हैं और मुस्लिमों का ही शासन है.. जबकि दूसरा भाग दारुल हर्ब कहा जाता है, जहां मुस्लिम रहते हैं, लेकिन शासन गैर-मुस्लिम करते हैं.. इस्लामी सिद्धांत के मुताबिक भारत भूमि मुस्लिमों की हो सकती है लेकिन हिंदुओं और मुस्लिमों, दोनों की नहीं हो सकती।
इस्लाम के सिद्धांतों के मुताबिक, भारत को दारुल इस्लाम बनाने के लिए भारत के मुस्लिमों का जिहाद की घोषणा करना सही है.. ऐसे में इसका मतलब है कि भारत को दारुल हर्ब बनाने के लिए ही गज़वा-ए-हिन्द’करना होगा।। गजवा-ए-हिन्द का मतलब है काफिरों को जीतने के लिए किये जाने वाले युद्ध जिसे गजवा कहते हैं और जो इस युद्ध में विजयी रहता है उसे गाजी कहते हैं..
बता दें कि पाकिस्तान में मौजूद आतंकी संगठन भी समय-समय पर भारत में हमला करने के लिए गजवा-ए-हिंद की बात करते हैं.. 2019 में पुलवामा हमले से करीब एक साल पहले जैश-ए-मोहम्मद की बैठक में भारत के खिलाफ गजवा-ए-हिंद जारी रखने का फैसला किया गया था.
वहीं आतंकी हाफिज सईद ने 2011 में पाकिस्तान के लाहौर में एक रैली में कहा था कि अगर कश्मीरियों को आजादी नहीं दी गई तो हम कश्मीर सहित पूरे भारत पर कब्जा कर लेंगे। हम गजवा-ए-हिंद की शुरुआत करेंगे। गजवा-ए-हिंद यानी भारत पर कब्जे के लिए लड़ाई।।