क्या है कश्मीर टाइगर्स?
जानकारी के मुताबिक, पिछले तीन सालों में जम्मू-कश्मीर में 4 नए आतंकी संगठनों ने जन्म लिया है. कश्मीर टाइगर्स इनमें से ही एक है. ये संगठन आतंकवादी गुट जैश-ए-मोहम्मद की ही एक ब्रांच है. जिसे उसका हिट स्क्वॉड भी माना जाता है. जैश-ए-मोहम्मद से ही कुछ लोगों को निकालकर कश्मीर टाइगर्स का गठन किया गया है और इसका नाम कुछ तरह रखा है कि इसे सीधे किसी इसलामी चरमपंथी गुट से जोड़ कर न देखा जाए. इस रणनीति के तहत ही जैश-ए-मुहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और कुछ दूसरे गुटों के कुछ लोगों को मिला कर 2019 में टीआरएफ़ यानी द रेजिस्टेन्स फ़ोर्स का गठन भी किया गया था. इन गुटों का नाम भी जानबूझ कर ऐसा रखा जा रहा है कि इन्हें इसलाम से जोड़ कर न देखा जाए. इसी क्रम में पीपल अगेन्स्ट फासिस्ट फोर्सेज और कश्मीर टाइगर्स जैसे नाम भी सामने आये.
कश्मीर टाइगर्स की शुरूआत कैसे हुई?
कश्मीर टाइगर्स की शुरुआत आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी रहे मुफ्ती अल्ताफ उर्फ अबू जार ने की थी. अल्ताफ जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग का रहने वाला है. इसकी जानकारी अल्ताफ ने खुद एक वीडियो के जरिए दी थी. अल्ताफ के मुताबिक उसके पास कई आतंकी हैं जो उसके लिए काम करते हैं. ऐसा कहा जाता है कि अल्ताफ के साथ वो आतंकी हैं जो जैश छोड़कर आए हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक, अल्ताफ पहले आतंकियों की मदद करने का काम करता था. लेकिन अब ये सीधा आतंकियों के साथ गुट बनाकर हमले करने की साजिश रचता है. वैसे ये कोई पहला मौका नहीं है जब इस संगठन ने किसी हमले की जिम्मेदारी ली है. इसी साल जून में दक्षिण कश्मीर में हुए एक ग्रेनेड अटैक की जिम्मेदारी भी इसी आतंकी संगठन ने ही ली थी
क्या ये पाकिस्तान की नई चाल?
कश्मीर टाइगर्स जैसे संगठन को पाकिस्तान की सोची समझी साजिश बताया जा रहा है क्योंकि कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान नए-नए नामों से संगठन बना रहा है. दरअसल वो ऐसा इसलिए कर रहा है क्योंकि कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान दबाव में है, लेकिन फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स की अनदेखी भी नहीं कर सकता है. ऐसे में उसने ये नया तरीका निकाला है. इससे पहले लश्कर और जैश-ए-मोहम्मद के नामों से ही पता लगता था कि वो कट्टर मजहबी संगठन हैं. ऐसे में आतंकियों ने पाकिस्तान के साथ मिलकर नई रणनीति तैयार कर ली जिसमें अब वो ऐसे नाम रख रहे हैं, जो सेक्लुयर और मूल पहचान से जुड़े दिखाई दें