सबसे पहले आपको बताते हैं कि
CBDC यानी सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी क्या है?
दुनिया के कई देशों में डिजिटल करेंसी पर काम जारी है और इसी सिलसिले में rbi भारत में डिजिटल करेंसी लाने पर विचार कर रहा है. डिजिटल करेंसी कैश का इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म है. जिसका आप अपने मोबाइल फोन या इंटरनेट के जरिये लेन देन कर सकेंगे.
CBDC कुछ हद तक क्रिप्टोकरेंसी {बिटकॉइन या ईथर} जैसे काम करती है. जिसके ट्रांजैक्शन के लिए बैंक की जरूरत नहीं होती. यानी कि आपको रिजर्व बैंक से सीधे डिजिटल करेंसी मिलेगी और आप उसे जिसे चाहे ट्रांसफर कर सकते हैं. ये न तो किसी वॉलेट में जाएगी और न ही बैंक अकाउंट में. ये बिल्कुल कैश की तरह काम करेगी, पर होगी डिजिटल.
डिजिटल करेंसी और डिजिटल पेमेंट में क्या अंतर है?
डिजिटल पेमेंट्स चेक की तरह काम करते हैं. जिसमें ट्रांजैक्शन या पेमेंट बैंक खाते से किया जाता है. और हर ट्रांजैक्शन में कई संस्थाएं या लोग शामिल होते हैं जो इस प्रोसेस को अंजाम देते हैं. अमूमन इस प्रोसेस में एक मिनट से 48 घंटे तक का वक्त लगता है. लेकिन डिजिटल करेंसी या डिजिटल रुपया में ऐसा नहीं होता - इसमें पेमेंट के साथ ही पैसा ट्रांजैक्ट हो सकता है. डिजिटल करेंसी की सबसे खास बात ये रहेगी कि कैश की तरह इसके गुम होने का कोई डर नहीं रहेगा.