सबसे पहले आपको बताते हैं कि
जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर 27 जून को क्या हुआ?
Indian Express की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में दो ड्रोन के ज़रिये 2-2 किलो के इम्प्रोवाइज़्ड एक्सप्लोज़िव डिवाइसेज़ यानि IED 100 मीटर की ऊंचाई से गिराए गए. दोनों हमले लगभग 6 मिनट के गैप पर हुए. पहला हमला शनिवार देर रात 1 बजकर 40 मिनट पर हुआ और दूसरा उसके 6 मिनट बाद. धमाके के कारण एक इमारत ही छत का कुछ हिस्सा टूट गया है और 2 जवान घायल हो गए.
हालांकि अब तक इस बात का खुलासा नहीं हुआ है कि ये ड्रोन सीमा पार पाकिस्तान से आए थे या फिर इन्हें जम्मू से ही ऑपरेट किया जा रहा था. वैसे, जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पाकिस्तान बॉर्डर से करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर है जो कि ड्रोन की रेंज में है.
माना जा रहा है कि इन हमलों के लिए क्वाडकॉप्टर ड्रोन का इस्तेमाल किया गया जो साइज़ में काफी छोटे होते हैं. हालांकि, धमाके के बाद घटनास्थल पर ड्रोन के कोई पार्ट्स नहीं मिले हैं और कहा जा रहा है कि विस्फोटक सामग्री गिराने के बाद ये ड्रोन वापस वहीं चले गए जहां से आए थे.