ये स्टडी जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी यानि JNU के सेंटर ऑफ सोशल मेडिसिन एंड कम्युनिटी हेल्थ ने की है. Study के मुताबिक, देश में वयस्क महिलाओं और पुरुषों की एवरेज हाइट कम हुई है. स्टडी में राज्य, जाति, आय और एज ग्रुप के आधार पर लोगों की हाइट को लेकर आंकड़े जारी किए गए हैं. इस स्टडी में 1998 से 2015 के दौरान किए गए 3 नेशनल फैमिली एंड हेल्थ सर्वे के डेटा को एनेलाइज किया गया. जिसके लिए दो एज ग्रुप बनाए गए- पहला 15-25 साल और दूसरा 26-50 साल. इन्हीं केटेगरी के हिसाब से महिला और पुरुष के डेटा को स्टडी किया गया.
Study के नतीजों में सामने आया कि
* 2005 और 2015 के बीच 15-25 साल के भारतीयों की एवरेज हाइट 1.10 सेंटीमीटर कम हो गई है.
* 26-50 साल के पुरुषों की हाइट भी 0.86 सेंटीमीटर कम हो गई है.
* महिलाओं की बात करें तो 15-25 साल वाली केटेगरी में हाइट 1.12 सेंटिमीटर कम हो गई है.
इसके अलावा
* हरियाणा के पुरूषों और महिलाओं की हाइट सबसे ज्यादा कम हुई है.
* मेघायलय के पुरूषों की हाइट सबसे ज्यादा बढ़ी है
* सिक्किम में महिलाओं की हाइट सबसे ज्यादा बढ़ी है.
जाति-धर्म के आधार पर क्या नतीजे ?
धर्म के आधार पर हाइट के आंकड़ों की बात करें तो
*पारसी धर्म के पुरुषों की हाइट में सबसे ज्यादा गिरावट आई है.
* दूसरे नंबर पर जैन धर्म के पुरुष हैं.
* बौद्ध और जैन धर्म की महिलाओं को छोड़कर बाकी सभी धर्मों की महिलाओं की हाइट में गिरावट हुई है.
*जाति के आधार पर हाइट के आंकड़े बताते हैं कि सभी जाति के पुरुषों की हाइट में गिरावट दर्ज की गई है.
*SC कैटेगरी की महिलाओं की हाइट बढ़ी है.
एवरेज हाइट में कमी की क्या वजह ?
Genetic Factor के अलावा कई non-genetic factors भी व्यक्ति की हाइट तय करते हैं जैसे न्यूट्रिशन, इनकम, जाति, क्षेत्र, स्वास्थ्य.
स्टडी के मुताबिक, किसी भी इंसान की हाइट से उसके शारीरिक स्वास्थ्य, लिविंग स्टैंडर्ड और ओवरऑल क्वलिटी ऑफ लाइफ के बारे में पता चलता है. अच्छी हाइट से पता चलता है कि गर्भ से लेकर 22 साल की उम्र तक उसे अच्छा पोषण मिला है, बीमार होने पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिली हैं. ऐसे ही गरीबी की वजह से लोगों को कम पोषण मिल पाता है जिसका सीधा-सीधा असर उनके स्वास्थ्य पर पड़ता है.
हाइट का संबंध प्रोडक्टिविटी से भी होता है. World Bank के एक अनुमान के मुताबिक किसी बच्चे की हाइट में 1% की कमी आगे चलकर इकोनॉमिक प्रोडक्टिविटी में 1.4% का नुकसान कर सकती है.
average height की स्टडी से nutritional policies के नतीजों को भी बेहतर ढंग से जानने में मदद मिलती है. जैसे मिड डे मील जैसी स्कीम्स से बच्चों की हाइट में बढ़ोतरी देखने को मिली या नहीं. भारतीयों की एवरेज हाइट में गिरावट का सीधा मतलब है कि देश में पोषण और स्वास्थ्य से जुड़ी योजनाओं पर और काम करने की जरूरत है.