रिपोर्ट में बताया गया है कि Indian Ocean, दूसरे महासागर की तुलना में तेजी से गर्म हो रहा है. इसके गर्म होने से जल स्तर बढ़ेगा और बाढ़ का खतरा भी. रिपोर्ट कहती है बढ़ते तापमान की वजह से दुनिया भर में मौसम से जुड़ी भयंकर आपदाएं आएंगी. अगले 10-20 सालों में जलवायु परिवर्तन की वजह से धरती का temperature 1.5 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ जाएगा. ये पहले लगाए गए अनुमानों से दस साल पहले का वक्त है. और ये सबसे बड़ा खतरा है. इसके साथ ही आशंका है कि शताब्दी के अंत तक सी लेवल लगभग दो मीटर तक बढ़ सकता है. रिपोर्ट में इन सब के लिए इंसानी गतिविधियों को सबसे बड़ा कारण बताया गया है. कहा गया है कि यह सभी चीजें और खराब होती जाएंगी. वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि अगर प्रदूषण पर विराम नहीं लगाया गया तो और अनियंत्रित मौसमों का सामना करना पड़ेगा. रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि वायुमंडल को गर्म करने वाली गैसों का emission जिस तरह से जारी है, उसकी वजह से सिर्फ दो दशकों में ही तापमान की सीमाएं टूट चुकी हैं.