5G यानी 5th generation का मोबाइल नेटवर्क...दुनिया में 40 से ज्यादा टेलिकॉम ऑपरेर्ट्स 5G लॉन्च कर चुके हैं और अब भारत में भी इसे लाने की तैयारी जोर शोर पर है. इसकी स्पीड इतनी तेज होगी कि घटना होते ही उसकी information पहुंच सकेगी. यानी लगभग रियल टाइम में communication हो सकेगा. माना जा रहा है कि इस तकनीक से 10 गीगाबिट्स पर सेकेंड की तेजी से डाटा ट्रांसफर हो सकेगा. ये स्पीड बहुत ज्यादा है, जो काम को काफी आसान कर देगी. भारत में भले ही अभी 5G की टेस्टिंग शुरू होने की तैयारी हो रही हो, लेकिन ये सर्विस दुनियाभर के 68 देशों या उनकी सीमा पर शुरू हो चुकी है. रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा था कि रिलायंस जियो 2021 की दूसरी छमाही में 5G लॉन्च करने की योजना बना रही है.
क्या सेहत के लिए घातक है 5G?
दो साल पहले, कई वैज्ञानिकों ने केंद्र सरकार को पत्र लिखा था जिसमें उन्होंने कहा था कि 5G से इंसानी सेहत और environment को नुकसान हो सकता है. वैज्ञानिकों का कहना था कि 5G से पहले विस्तार से रिसर्च की जरूरत है क्योंकि रेडिएशन का असर अक्सर देर से दिखता है. उन्होंने कहा था कि पेड़-पौधों पर इसके असर पर रिसर्च होनी चाहिए.