हिन्दुस्तान times में छपी एक रिपोर्ट में अमेरिकी एजेंसी National Oceanic and Atmospheric Administration यानि NOAA के हवाले से बताया गया कि 14 जुलाई की रात, पृथ्वी को एक सोलर स्टॉर्म ने घेर लिया. इस तूफ़ान ने कुछ घंटों तक पृथ्वी को घेरा और कुछ हद तक हमारे planet के magnetic field को भी प्रभावित किया.रिपोर्ट के मुताबिक़, तूफ़ान की वजह से कुछ जगह बिजली के खंभों में गड़बड़ी भी देखने को मिली.
सीधे शब्दों में, सोलर स्टॉर्म का मतलब होता है सूरज से आया तूफ़ान. magnetic energy,hot gases और particles से बने इस तूफ़ान के आने की मेन वजह होती है Solar flare. Solar Flare यानी सूरज की ये Bright flames.
असल में Sun के Surface पर बहुत सारी magnetic energies होती हैं, जब दो magnetic energies आपस में टकराती हैं, तो अचानक एक बड़ा विस्फोट होता है, जिससे Bright Flame निकलती है. यही Bright Flame Solar Flare कहलाती है. ये Flare चमकने के कुछ देर बाद शांत तो हो जाती है लेकिन इसकी वजह से एक सोलर स्टॉर्म पैदा होता है जो स्पेस की तरफ बढ़ने लगता है. कभी कभार ये सीधे पृथ्वी की तरफ बढ़ता है और भारी नुकसान पहुंचाता है. सबसे खतरनाक सोलर स्टॉर्म 1 September 1859 में रिकॉर्ड किया गया था जिसे विज्ञान की भाषा में Carrington Event कहा जाता है.