धरती की इन दो तस्वीरों को गौर से देखिए. ये है साल 1920 की तस्वीर... और ये 2021 की तस्वीर. साफ है धरती की जलवायु साल दर साल गर्म होती जा रही है. और हर साल बेहिसाब गर्मी में मरने वालों की तादाद भी तेजी से बढ़ती जा रही है. इस साल भारत से लेकर अमेरिका और कनाडा तक कई देशों में बेतहाशा गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं.
गर्मी से मौत की सबसे बड़ी वजह है हीट वेव. हीट वेव जिसे हम हिंदी लू के नाम से जानते हैं. मैदानी इलाकों में जब तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला जाता है तब वातावरण में हमारे ईर्द-गिर्द चलने वाली हवा भयानक गर्म हो जाती है. इन गर्म हवाओं को हीट वेव कहते हैं. गर्मियों में इसी हीट वेव से बीमार पड़ने को बोलचाल में हम लू लगना कहते हैं. इस बीमारी में शरीर में नमक और पानी की कमी हो जाती है. क्योंकि पसीने के रास्ते शरीर से नमक और पानी का बड़ा हिस्सा निकल जाने से खून की गर्मी बढ़ जाती है. इससे शरीर में खून की रफ्तार भी तेज हो जाती है. साल दर साल भारत में हीट वेव से होने वाली मौत की संख्या बढ़ती जा रही है. जो कि एक चिंता विषय बन गया है.