जब दिल तक खून की आपूर्ति नहीं हो पाती तब दिल का दौरा पड़ता है. ऐसा आमतौर पर तब होता है जब खून के किसी थक्के के बीच में आने की वजह से खून दिल तक नहीं पहुँच पाता. जिसके वजह से सीने में तेज़ दर्द होता है.लेकिन कई बार ऐसा भी देखा गया कि दिल के दौरे में दर्द नहीं होता या फिर ये दर्द बहुत हल्का होता है. लोग अक्सर इसे गैस्ट्रिक से कंफ्यूज कर जाते है. ऐसे अटैक को साइलेंट अटैक भी कहते है. दिला का दौरा पड़ने की स्थिति में आपको सीने में जकड़न, जलन, दबाव और दर्द महसूस होता है..बाएं कंधे और बाएं हाथ के साथ ही शरीर के ऊपरी-बाएं हिस्से में दर्द का एहसास भी हो सकता है.सीने के अलावा बाहों, जबड़े, दांत, सिर या कंधे में दर्द होना, लगातार खांसी आना, हार्ट बीट तेज होना, सांस लेने में तकलीफ, थकान के साथ साथ पसीना आना , सीने में जलन की समस्या का बने रहना या फिर अचानक तेजी से चक्कर आना, ये सभी भी हार्ट अटैक के लक्षण हैं. अगर आपको अपने शरीर में ऐसे कोई संकेत दिखाई देते हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. ऐसे लक्षणों को बिलकुल इगनोर न करें.