रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के खत्म होने के आसार नहीं दिख रहे हैं. दोनों देशों के बीच बातचीत चल रही है लेकिन युद्धविराम को लेकर सहमति नहीं बन पा रही है. युद्धविराम को लेकर कई बार बैठकों का दौर चल चुका है लेकिन सीजफायर को लेकर कोई ठोस नहीं निकल सका है. आज नो दिस के इस वीडियो में हम आपको सीजफायर से जुड़ी जरूरी जानकारी देंगे. आप वीडियो के आखिर तक बने रहिए हमारे साथ.
युद्धविराम या जंगबंदी उस सिचुएशन को कहते हैं जब किसी युद्ध में जूझ रहे पक्षों में आपसी समझौते से लड़ाई रोक देने की बात होती है. संघर्ष विराम यानि जंग में शामिल कोई देश ना तो हवाई हमले करेगा और ना ही उसके सैनिक इन जगहों पर कोई आक्रामक कार्रवाई करेंगे. कई बार युद्ध विराम स्थाई होता है तो कई बार ये अस्थाई तौर पर भी होती है.
कई बार ऐसी स्थिति होती है जब दो पक्षों में काफी समय तक युद्ध चलने के बाद किसी की भी पूरी तरह जीत होना मुश्किल लगने लगती है. ऐसे में युद्ध खत्म करने का ऐलान नहीं होता बल्कि जंग को कुछ समय तक रोके रखने की स्थिति के लिए समझौता कर लिया जाता है. जिस जगह पर सेना भिड़ रही होती है, उसे वास्तविक आपसी सरहद मान लिया जाता है और इसे सीमा युद्धविराम या सीजफायर लाइन कहा जाता है.
भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर इसी तरह का युद्ध विराम है. भारत और चीन के बीच भी यही स्थिति है. इसके अलावा उत्तर और दक्षिण कोरिया का युद्ध भी ऑफिशियली कभी खत्म नहीं हुआ. 1953 में उनके बीच एक युद्धविराम रेखा बन गई जिसे दोनों देश सरहद के रूप में मान रहे हैं. हालांकि वहां अक्सर दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प की खबरें सामने आती रहती हैं.
बता दें पहले विश्व युद्ध में क्रिसमस के मौके पर वेस्टर्न फ्रंट पर देशों ने युद्ध विराम संधि पर हस्ताक्षर किए थे. उस वक्त क्रिसमस के मौके पर एक हफ्ते के लिए युद्ध को रोका गया था. क्रिसमस का जश्न मनाया गया...फौजों ने गिफ्ट का आदान-प्रदान भी किया और फिर एक हफ्ते बाद युद्ध फिर शुरू हो गया. फिलहाल पूरी दुनिया की नजरें रूस और यूक्रेन में जारी जंग पर है. उम्मीद है जल्द ही इस युद्ध पर भी विराम लगेगा.