इन दिनों पनामा पेपर्स लीक मामले में ऐश्वर्या राय बच्चन खूब चर्चा में हैं. इससे पहले भी मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में कई बड़े चेहरों से पूछताछ हो चुकी है. कई प्रतिष्ठित लोग टैक्स बचाने और काले धन को सफेद बनाने के लिए Tax Haven देशों की मदद लेते हैं. आज इस वीडियो में हम आपको बताएंगे कि पनामा पेपर लीक मामला क्या है...Tax Haven क्या होता है... आखिर यहां ऐसा क्या है कि दुनिया के बड़े बड़े लोग इनके पास खींचे चले आते हैं... इन सभी सवालों के जवाब के लिए जुड़े रहिए हमारे साथ.
क्या है पनामा पेपर लीक?
पनामा मध्य अमेरिका का एक देश है. साल 2016 में पनामा के लॉ फॉर्म के कागज लीक हो गए थे, जिसमें दुनिया के कई बड़े नेता, व्यापारी और फिल्म जगत से जुड़े लोगों के नाम सामने आए थे. इस कम्पनी ने दुनिया के कई बड़े और प्रतिष्ठित लोगों की टैक्स बचाने में और काले धन को सफेद बनाने में मदद की थी. पनामा पेपर्स ने दुनिया के अमीर और ताकतवर लोगों को बेनकाब किया. पता चला कि कैसे वो अपने पैसे को अपने देशों के बाहर गुप्त टैक्स-हेवन में रखते हैं. इसमें कई भारतीयों के नाम भी शामिल हैं.
क्या है टैक्स हैवन ?
टैक्स हैवन उन देशों को कहा जाता है जहां काले धन को सफेद बनाने का काम किया जाता है. इस लिस्ट में Switzerland, Cyprus, British Virgin Island, Hong Kong और पनामा जैसे देशों का नाम शामिल है.
कैसे काम करते हैं ये देश?
जब कोई व्यक्ति इन देशों में निवेश करता है या कोई कम्पनी शुरू करता है तो उसे Source of Revenue नहीं बताना होता. उसे ये नहीं बताना होता कि उसके पास पैसा कहां से आ रहा है या किस देश से आ रहा है. इन देशों में कम्पनियों के मालिकों की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाती है. चाहे कुछ भी हो जाए ये देश दूसरे देशों को इस बात की जानकारी नहीं देंगे कि किस कम्पनी का कौन डायरेक्टर है या कौन Investor है. इसके अलावा इन देशों में टैक्स भी बहुत कम देना होता है. अगर कोई वयक्ति भारत में टैक्स चोरी के पैसों से पनामा में एक फर्जी कम्पनी बनाता है तो उसको सालामा रेवन्यू पर कम टैक्स देना होगा. यही वजह है कि भारत के ज्यादातर अमीर लोग इन देशों में अपना काला धन, सफेद करने के लिए जाते हैं.
पनामा लीक में क्या खुलासा हुआ?
सरकार के मुताबिक पनामा एवं पैराडाइस पेपर्स लीक में भारत से जुड़े 930 प्रतिष्ठानों के नाम सामने आए हैं जिसमें से पनामा पेपर्स मामले में भारत के करीब 500 लोगों के शामिल होने की बात सामने आ चुकी है. इन लोगों पर टैक्स चोरी का आरोप है. वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने बताया कि अब तक अघोषित विदेशी खातों में 11,010 करोड़ रुपये से अधिक जमा का पता चला है. देश की कई बड़ी हस्तियां जांच में शामिल हो चुकी हैं. बॉलीवुड एक्टर अभिषेक बच्चन भी एक महीने पहले ईडी दफ्तर पहुंचे थे, जहां उनसे पूछताछ की गई थी. सूत्रों के मुताबिक अमिताभ बच्चन को भी मामले में जांच के लिए ईडी की तरफ से नोटिस भेजा जा सकता है.