रूस और यूक्रेन के बीच सीमा पर तनाव लगातार बढ़ता ही जा रहा है. डिफेंस एक्सपर्ट्स के मुताबिक हालात और खराब हुए तो दोनों देशों में जंग की नौबत आ सकती है और अगर दोनों देशों के समर्थक राष्ट्र भी इस लड़ाई में कूद पड़े तो विश्व युद्ध जैसी स्थिति भी बन सकती है. चिंता की बात ये है कि अमेरिकी इंटेलिजेंस की एक रिपोर्ट में भी इस बात की आशंका जताई गई है. आप सोच रहे होंगे कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी विवाद की वजह क्या है? दोनों देशों में सीमा विवाद के बीच क्राइमिया की क्या कहानी है? यूएस की रिपोर्ट में आखिर क्या खुलासा किया गया है? क्या रूस और यूक्रेन के बीच तनातनी तीसरे विश्व युद्ध की चिंगारी पैदा कर सकती है?
कैसे शुरू हुआ रूस-यूक्रेन विवाद?
यूक्रेन और रूस के बीच ये तनाव क्राइमिया को लेकर है. क्राइमिया पहले यूक्रेन का पूर्वी हिस्सा था. लेकिन 2014 में रूस ने इस पर कब्जा कर लिया. इस संघर्ष में लगभग 14 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. जिनमें ज्यादातर यूक्रेन के निवासी थी. रूस ने क्राइमिया में अब भी हजारों ऐसे हथियारबंद अलगाववादियों को तैनात कर रखा है. जिन्होंने 2015 में यूक्रेन की सरकार के खिलाफ हथियारबंद विद्रोह का ऐलान किया था. जिनकी लड़ाई अब भी जारी है.
यूक्रेन में ताजा हालात क्या हैं?
रूस इस साल की शुरूआत से लगातार यूक्रेन सीमा पर युद्ध की तैयारी कर रहा है. रूसी टैंक, तोप, युद्धक वाहन और सैनिकों की बड़ी खेप यूक्रेन बॉर्डर पर तैनात की जा रही है. रूसी सैनिकों की गतिविधियों से लगता कि वो किसी भी वक्त यूक्रेन पर हमला कर सकते हैं. रूसी सेना की आक्रामकता को देखते हुए नैटो देश भी परेशान हैं. जबकि सैनिकों की तैनाती पर रूस का कहना है कि यूक्रेन के साथ लगने वाली उसकी सीमा पर रूसी सैन्य अभ्यास यूक्रेन या किसी भी दूसरे देश के लिए कोई खतरा पैदा नहीं कर रहा है. साथ ही रूस की शिकायत है कि अमेरिका और नैटो देश इस क्षेत्र में उकसाने वाली गतिविधियों को तेज कर रहे हैं. पुतिन ने अमेरिका और उसके सहयोगियों को चेतावनी दी थी कि वो रूस को सख्त कदम उठाने पर मजबूर न करें. वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति का आरोप है कि रूस इस विवाद को खत्म नहीं करना चाहता. बातचीत के जरिए मुद्दों को सुलझाने के बजाए युद्ध की आशंका को बरकरार रखना चाहता है.
US इंटेलिजेंस ने क्या कहा?
अमेरिकी इंटेलिजेंस रिपोर्ट में कहा गया है कि रूस जल्द ही यूक्रेन पर हमला कर सकता है और उसने इसके लिए बड़े स्तर पर तैयारी की है. कहा गया है कि रूसी सेना अलग-अलग लोकेशन्स से यूक्रेन के खिलाफ सैन्य कार्रवाई कर सकती है. माना जा रहा है कि पुतिन अगले साल सैन्य कार्रवाई के आदेश दे सकते हैं. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा था कि रूस की मिलिट्री एक्टिविटीज युद्ध की आशंका पैदा करती है. लेकिन फिलहाल ये नहीं कहा जा सकता कि पुतिन के इरादे क्या हैं.
क्या तीसरा विश्व युद्ध होगा?
जानकारों का मानना है कि रूस और यूक्रेन के बीच विवाद हद से कहीं ज्यादा बढ़ चुका है. जिससे जंग का खतरा बन चुका है. दोनों देश में युद्ध के हालात में अमेरिका यूक्रेन की मदद के लिए मैदान में उतरेगा और विश्व की दो बड़ी ताकत एक दूसरे के आमने सामने होंगे. इसके बाद दुनिया के कई और देश ना चाहते हुए भी जंग का हिस्सा बनने के लिए मजबूर होंगे. अमेरिका के जंग में उतरने के बाद नैटो देश हर हाल में रूस के खिलाफ लामबंद हो जाएंगे. जवाब में रूस के समर्थक देश भी जंग में कूद सकते हैं.