ड्रोन का चलन दुनियाभर में बढ़ता जा रहा है। शूटिंग से लेकर सुरक्षा तक हर जगह इसका इस्तेमाल हो रहा है.. वहीं रूस और यूक्रेन का युद्ध अभी भी जारी है। इस बीच अमेरिका, यूक्रेन को खतरनाक MQ-1C ग्रे ईगल ड्रोन बेचने की योजना बना रहा है। रूस के खिलाफ युद्ध में ये हेलफायर मिसाइलों से लैस हो सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक जनरल एटॉमिक्स ने इस ड्रोन को बनाया है और कांग्रेस इसकी बिक्री को रोक सकता है। अंतिम मिनट में सारा खेल पलट सकता है, जिसे लेकर पेंटागन कई हफ्तों से इसकी समीक्षा कर रहा है।
इस ड्रोन की खासियत की बात करें तो ड्रोन एक्सपर्ट का कहना है कि, MQ-1C ड्रोन आकार में बहुत बड़ा है। इसका वजन तुर्की के बायरख्तार-TB2 से लगभग तीन गुना ज्यादा है। इसके आलावा इसकी हथियार ले जाने की क्षमता और रेंज भी बाकी ड्रोन से बेहतर है। बायरख्तार-TB2 ड्रोन 22 किलो वाली तुर्की की मिसाइल MAM-L से लैस है जो हेलफायर के वजन का लगभग आधा है। ये आसमान में काफी लंबी उड़ान उड़ सकता है।
बता दें कि एक खबर के मुताबिक यूक्रेन कई छोटे और कम रेंज वाले ड्रोन का इस्तेमाल रूस के खिलाफ कर रहा है। इनमें एयरोविरोनमेंट का RQ-20 Puma AE और तुर्की का बायरख्तार-TB2 शामिल हैं। लेकिन ग्रे-ईगल की टेक्नोलॉजी इन सभी से बेहतर है। ऐसा इसलिए क्योंकि ये 30 या उससे ज्यादा घंटे तक उड़ सकते हैं। इसके अलावा बड़ी मात्रा में ये डेटा इकट्ठा कर सकते हैं। इतना ही नहीं ये ड्रोन आठ हेलफायर मिसाइलों को ले जा सकता है।
अगर अमेरिका यूक्रेन को ये ड्रोन देता है तो ये बिक्री यूक्रेन के लिए महत्वपूर्ण है। क्योंकि इसका इस्तेमाल यूक्रेन बार-बार कर सकता है। साथ ही दूर तक ये हमला करने में सक्षम हैं। एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि जो बाइडन प्रशासन आने वाले दिनों में सार्वजनिक घोषणा के साथ यूक्रेन को ड्रोन की बिक्री को लेकर कांग्रेस को सूचित करेंगे। एक अमेरिकी अधिकीरी ने बताया कि संभावित बिक्री और ड्रोन को आवश्यक प्रशिक्षण दोनों के लिए रकम हाल ही में 40 बिलियन डॉलर की सहायता राशि से अलग है।