रूस के भीषण हमले में लगभग पूरी तरह तबाह हो चुका यूक्रेन।अब पलटवार के मूड में है। इस जंग में यूक्रेन का भरोसेमंद साथी अमेरिका एक ऐसा ब्रह्रास्त्र देने जा रहा है जो जंग की सूरत ही बदल देगा। इस गेमचेंजर हथियार का नाम है MLRS और HIMARS रॉकेट सिस्टम। इस रॉकेट सिस्टम की रेंज में रूस का 300 किलोमीटर का एरिया आता है। ऐसे में यूक्रेन रूस के अंदर भीषण तबाही मचा सकता है।
मतलब साफ है रूस के भाप बना देने वाले वैक्यूम बम को चुनौती देने के लिए अमेरिका ने भी कमर कस ली है। अमेरिका यूक्रेन की सेना को लंबी दूरी तक मार करने वाले रॉकेट सिस्टम देने जा रहा है। रूस के हमले से निपटने के लिए यूक्रेन की फौज को लंबे वक्त से इस तरह के घातक रॉकेट सिस्टम की जरूरत थी। यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की कई बार अमेरिका से मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम की मांग कर रहे थे। लेकिन अब जाकर अमेरिका यूक्रेन को ये रॉकेट सिस्टम देने पर विचार कर रहा है। सब कुछ ठीक रहा तो अगले हफ्ते तक इस पर फैसला ले लिया जाएगा। मतलब यूक्रेन को दिए जाने वाले मिलिट्री पैकेज में ये रॉकेट सिस्टम भी शामिल कर लिए जाएगा।
अब बात करें MLRS यानि Multiple launch Rocket system और HIMARS यानि High Mobility Artillery Rocket System की तो।
ये रॉकेट सिस्टम 300 किलोमीटर तक रॉकेट की बारिश कर सकता है। इससे एक बार में मल्टीपल रॉकेट दागे जा सकते हैं। इन रॉकेट की मारक क्षमता यूक्रेन के पास मौजूद सभी हथियारों में सबसे ज्यादा है। साथ ही इसे एक जगह से दूसरी जगह ले जाने में भी कोई मुश्किल नहीं होती। जिसकी वजह से ये और घातक बन जाते हैं। इस रॉकेट सिस्टम की मदद से यूक्रेन की फौज रूस के अंदर भीषण हमला कर सकती है। बस यही बात अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को परेशान कर रही है। इसलिए अमेरिका यूक्रेन को ये मिसाइल सिस्टम देने में हिचक रहा है। दरअसल अमेरिका को इस रॉकेट सिस्टम के गलत इस्तेमाल का भी डर सता रहा है। अगर यूक्रेन इस जंग में रूस के खिलाफ इन रॉकेट का इस्तेमाल करता है तो इससे रूस और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ जाएगा। पुतिन इसे उकसावे वाली कार्रवाई मानकर अमेरिका के खिलाफ मोर्चा खोल सकते हैं। वैसे भी रूस और अमेरिका के बीच इस यूक्रेन की वजह से तल्खी और बढ़ी है।व्लादिमीर पुतिन कई बार धमकी भरे लहजे में कह चुके हैं। अगर उनके देश में किसी बाहरी हथियार से हमला हुआ तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। मुमकिन है इन हालातों में रूस-यूक्रेन जंग का दायरा बढ़ जाए। मुमकिन है कि ये जंग तीसरे विश्व युद्ध के दरवाजे की तरफ मुड़ जाए। जो अमेरिका समेत पूरी दुनिया के लिए बड़ा खतरा साबित होगी। इसी बात को लेकर अमेरिका खौफजदा है। कहीं वो अपने ही दिए इस विध्वंसक हथियार की वजह बैठे-बिठाए मुसीबत मोल तो नहीं ले रहा। लेकिन उसे यूक्रेन की मदद भी करनी है। ऐसे में अमेरिका यूक्रेन को कड़ी शर्तों के साथ ये रॉकेट सिस्टम दे सकता है। बहरहाल अभी इस पर कोई फैसला नहीं लिया गया है।