रूस और यूक्रेन के बीच शुरू हुई इस जंग ने एक अलग ही रूप ले लिया है.. पुतिन जिस युद्ध को कुछ ही दिनों में खत्म करना चाहते थे उसको चलते हुए 65 दिन से ज्यादा का समय हो गया है.. वहीं यूक्रेन को मिल रही पश्चिमी मदद रूस के लिए घातक साबित हो रही है.. जिसके चलते आग बबूला रूस ने चेतावनी दी है कि वो यूक्रेन की मदद करने के लिए ब्रिटेन में सैन्य ठिकानों को निशाना बना सकता है..
रूस ने जब यूक्रेन पर हमला किया, तब से ही परमाणु युद्ध और विश्वयुद्ध की धमकियां दे रहा है. ऐसे युद्ध की आशंकाएं जताई भी जा रही थीं.. लेकिन ये अभी तक सिर्फ धमकियां, अटकलें और चर्चाओं तक ही सीमित था. पहली बार रूस और यूक्रेन को छोड़कर दुनिया के किसी देश ने ये माना है कि रूस एक खास दिन पर पूरे विश्व को युद्ध की आग झोंक देगा. वह तीसरा देश है ब्रिटेन.
ब्रिटेन ने विश्वयुद्ध के ऐलान की तारीख बताई है. ब्रिटेन का दावा है कि 9 मई की विक्ट्री डे परेड में रूस अपनी विरोधी शक्तियों के खिलाफ जंग का ऐलान करने वाला है ब्रिटेन ने ये भी कहा है कि रूस, यूक्रेन को मिल रही मदद का पूरा तंत्र तोड़ने वाला है. ऐसी खबरें हैं कि रूस ने अपने जनरलों को निर्देश दिया है कि 9 मई से पहले वे यूक्रेन जीतकर आएं. ऐसा इसलिए भी, क्योंकि रूस 9 मई को विक्ट्री डे मनाता है.. . 9 मई को रूस द्वितीय विश्वयुद्ध में मिली जीत की खुशी विक्ट्री डे के तौर पर मनाता है जिसमें वो दुनिया के सामने अपनी शक्ति का प्रदर्शन करता है.. 9 मई 1945 को सोवियत सेना ने नाजी जर्मनी की सेना को बुरी तरह हराकर जीत दर्ज की थी. इसी जीत का जश्न विक्ट्री डे के तौर पर हर साल मनाया जाता है। .
बता दें कि मारियूपोल में पूरी तरह रूसी सेना का नियंत्रण हो चुका है. डॉनबास रीजन की तरफ आने वाली यूक्रेनी सेना पर रॉकेट हमले की रफ्तार भी पहले से तेज हुई है.. ऐसे में ये कहना सही भी हो सकता है कि 9 मई रूस के लिए एक बहुत बड़ा दिन होने सकता है. ये दिन रूस विरोधियों के लिए तबाही का दिन भी हो सकता है. रूस के टीवी चैनलों पर बहस छिड़ी हुई है कि तीसरे विश्व युद्ध के अलावा रूस के पास रास्ता ही क्या है. ऐसा लग रहा है जैसे रूस अपने लोगों को तीसरे विश्वयुद्ध के लिए तैयार कर रहा है. रूस के सरकारी टीवी चैनल के एक टीवी प्रोग्राम में कहा गया कि यूक्रेन में रूस हारा तो तीसरे विश्वयुद्ध या परमाणु हमले के अलावा कोई चारा ही नहीं बचेगा.