चीन ने अगस्त में परमाणु हमले की ताकत रखने वाली हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण किया. जिसने अपने लक्ष्य तक पहुंचने से पहले पृथ्वी की निचली कक्षा यानी लोअर ऑरबिट का चक्कर लगाया. रिपोर्ट में ये भी बताया गया कि मिसाइल करीब 32 किलोमीटर से अपने निशाने से चूक गई. लेकिन चीन की इस क्षमता ने अमेरिकी खुफिया विभाग की नींद उड़ा दी है. खबरों की मानें तो अमेरिका चीन के इस परीक्षण से काफी चिंतित है. दोनों देशों के बीच तालिबान और चीन-ताइवान सीमा विवाद को लेकर पहले से ही तनातनी का माहौल है. अब सवाल ये है कि अमेरिका की टेंशन की वजह क्या है?
हाइपरसोनिक मिसाइल पर यूएस में हाहाकार?
जब हाइपरसोनिक मिसाइल को लॉन्च किया जाता है तो लगातार अपने रास्ते में दिशा बदलती रहती है. मिसाइल वायुमंडल में हाइपरसोनिक स्पीड से ग्लाइड करते हुए अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ती है. क्योंकि बैलिस्टिक मिसाइलों की तरह ये मिसाइल उड़ान के दौरान प्रॉजेक्टाइल कर्व या आर्क नहीं बनाती. इसलिए इनके लक्ष्य का पता लगाना काफ़ी मुश्किल होता है और ये मिसाइलें एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम की पकड़ में नहीं आती. यही वजह है कि अमेरिका चीन के इस परीक्षण के बाद काफी परेशान है. हालांकि चीन ने इन सभी दावों को खारिज किया है.