क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर का नाम पैंडोरा पेपर्स लीक में आया है.लीक हुए रिकॉर्ड से पता चलता है कि ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड में सचिन, उनकी पत्नी और ससूर की ऑफशोर कंपनी है. इस लीक में सचिन के अलावा अनिल अंबानी, ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन समेत दुनियाभर के सैकड़ों बड़े नाम शामिल है. दावा है कि टैक्स बचाने और कुछ मामलों में मनी लॉन्ड्रिंग के लिए ऑफशोर कंपनियों में बेनामी निवेश किए गए हैं. आज KNOW THIS के इस video में हम आपको बताएंगे पैंडोरा पेपर्स क्या है, इस लीक में किन और भारतीयों का नाम है और इस लीक का मतलब क्या है, ऑफशोर कंपनी किसे कहते है? आप बस बने रहिए हमारे साथ.
सबसे पहले आपको बताते है कि
पैंडोरा पेपर्स क्या है ?
पैंडोरा पेपर्स 14 ग्लोबल कॉर्पोरेट फर्म्स की 1 करोड़ 19 लाख लीक फाइलें है- जिसमें 64 लाख डाक्यूमेंट्स, 30 लाख फोटोज, 10 लाख से ज्यादा इमेल्स और लगभग 5 लाख स्प्रेडशीटस है. इन्हें पैंडोरा पेपर्स नाम दिया गया है. 117 देशों के 650 से ज्यादा पत्रकारों ने लगभग 2 साल इन फाइल्स की पड़ताल की है, जिसके बाद अब इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट यानि ICIJ ने इस पर डिटेल रिपोर्ट जारी की है.
इन लीक फाइलों में क्या है ?
लीक फाइलें बताती हैं कि कैसे दुनिया के कुछ शक्तिशाली लोग अपनी सम्पति छिपाने के लिए ऑफशोर कंपनियों का इस्तेमाल करते हैं. इस लीक में 90 देशों के 330 लोगों के नाम हैं. जिनमें ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन, केन्या के राष्ट्रपति ,जॉर्डन के राजा, पॉप सिंगर शकीरा, अजरबैजान का एक रसूखदार परिवार, चेक रिपब्लिक के प्रधानमंत्री के नाम है. लीक में जिन भारतीयों का नाम हैं उनमें सचिन तेंदुलकर सबसे बड़ा नाम है.सचिन के साथ उनकी पत्नी अंजलि, ससुर आनंद मेहता, बिजनेसमैन अनिल अंबानी, एक्टर श्रॉफ, नीरव मोदी, उनकी बहन किरण मजूमदार जैसे नाम नाम शामिल है.
इन लीक फाइलों से पता चलता है कि इन लोगों ने विदेश में किए अपने निवेश की जानकारी अपने देश की संबंधित एजेंसियों को नहीं दी यानि उन्होंने टैक्स चोरी करने के इरादे से अपने निवेश को छिपाया. जिसके लिए 14 ग्लोबल कॉर्पोरेट फर्म्स ने 29 हजार ऑफ-द-शेल्फ कंपनियां और प्राइवेट ट्र्स्ट बनाए. ये सभी टैक्स बचाने के लिए बनाए गए थे.