सेमीकंडक्टर चिप की किल्लत की वजह से कार कंपनियां वक्त पर नई कार की डिलीवरी नहीं कर पा रही हैं.एक तरफ देश की अर्थव्यवस्था के पटरी पर लौटने से कारों की मांग में अचानक उछाल आया और नए मॉडल्स की धड़ाधड़ लॉन्चिंग हो रही है तो वहीं दूसरी ओर देश में सेमीकंडक्टर्स की कमी है. ऐसे में कार की डिलीवरी के लिए वेटिंग पीरियड लंबा हो रहा है और डिलीवरी का इंतजार कर रहे ग्राहकों की कतार भी. ये इतंजार कई महीनों का है और किसी किसी केस में तो ये साल तक भी पहुंच रहा है. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ये सेमीकंडक्टर चिप है क्या जो ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए ही नहीं बल्कि सरकार के लिए भी बड़ा सिरदर्द बनी हुई है, चलिए आपको बताते हैं
गाड़ियों में इस्तेमाल होने वाला सेमीकंडक्टर क्या है?
मौजूदा वक्त में बन रही लगभग सभी गाड़ियां चिप या सेमीकंडक्टर की मदद से ही सड़कों पर चल रही हैं. एक गाड़ी में आपको जितने फंक्शन मिलते हैं या उसके जिनते पार्ट्स हैं, वो सभी इन चिप की बदौलत ही कंट्रोल किए जाते हैं. सेमीकंडक्टर की अहमियत को इस बात से भी समझा जा सकता है कि अगर आपकी गाड़ी में ये न हो तो आपको किसी भी तरह के आधुनिक फीचर्स नहीं मिल पाएंगे. पहले की गाड़ियों में चिप का इस्तेमाल लगभग न के बराबर होता था, जिसकी वजह से ही पहले की गाड़ियों में कोई खास फीचर्स या फंक्शन नहीं हुआ करते थे. चलिए अब आपको बताते हैं कि किस कार कंपनी के कितने ग्राहक अपनी खरीदी हुई कार का इंतजार कर रहे हैं.
किस कार कंपनी के कितने ग्राहक कर रहे इंतजार?
सबसे पहले मारुति की बात करें तो इसके 2.5 लाख से ज्यादा ग्राहक इंतजार कर रहे हैं. वहीं हुंडई के ऐसे 1 लाख से ज्यादा ग्राहक हैं, जिन्हें उनकी बुक की हुई कार की डिलीवरी नहीं हुई है. वहीं टाटा मोटर्स और महिन्द्रा दोनों के ही 1 लाख से ज्यादा ग्राहकों का वेट खत्म नहीं हो रहा. किआ मोटर्स के 75,000 से ज्यादा, एमजी मोटर्स के 46,000 से ज्यादा, फॉक्सवैगन, स्कोडा, टोयोटा, निसान, रेनॉ, ऑडी सभी को मिलाकर 75,000 से ज्यादा ग्राहक और मर्सिडीज इंडिया के 2,800 से ज्यादा कस्टमर अभी कतार में खड़े हैं.
कब मिलेगी आपको कार की चाबी?
इंटरनेशनल मार्केट में सेमीकंडक्टर की कमी की समस्या जल्द ठीक होती नजर नहीं आ रही और कंपनियों का कहना है कि स्थिति को सामान्य होने में समय लगेगा. ये समस्या कम से कम 2022 की पहले छह महीनों तक बनी रहेगी. इलेक्ट्रिक कारों के लिए वेटिंग पीरियड सबसे ज्यादा है क्योंकि इनमें कई चिप की जरूरत होती है. हालांकि कंपनियां कारों का इंतजार कर रहे ग्राहकों की लंबी कतार को कम करने के लिए उत्पादन बढ़ाने और चिप की आपूर्ति पूरी करने की कोशिश कर रही है.